2023 से 2025 तक महादेव बेटिंग एप जैसे कई अन्य गेमिंग एप से जुडकऱ युवा जुआ-सट्टेबाजी की लत के शिकार हो रहे हैं। कई तो साइबर ठगी के जाल में फंसकर अपनी जमा पूंजी गवां चुके हैं। तीन सालों में ईडी और क्राइम ब्रांच पुलिस ने 805 करोड़ की ऑनलाइन ठगी के मामले में कार्रवाई की है।
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गेमिंग एप डाउनलोड करते ही यूजर से नाम, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड और बैंक डिटेल्स मांगी जाती है और पैसे कमाने की लालच दिया जाता है। कुछ दिनों के बाद गेमिंग के जरिए ठग उन्हें फर्जी लिंक भेजते हैं, जिन पर क्लिक करते ही फोन में वायरस और माल वेयर इंस्टॉल हो जाता है। हैक होते ही खाता खाली हो जाता है।
फिर शुरु होता है ब्लैकमेलिंग का खेल
क्रेडिट कार्ड और डेबिड कार्ड को हैक कर या फिर इनकी क्लोनिंग करके खाताधारकों को ब्लैकमेल किया जाता है। राजधानी में कई मामले ऐसे आए हैं, जिनमें खाते से राशि गायब हो गई है। यह भी पढ़ें- LinkedIn पर नेटवर्क, X पर ट्वीट और Facebook पर पोस्ट दिला सकता है अच्छी नोकरी, जाने कैसे बदनामी के डर से नहीं करते शिकायत
राजधानी पुलिस का कहना है कि गेमिंग एप में अक्सर बड़े घरों के युवा फंस रहे हैं। वे अपने मां-बाप का वालेट चुराकर क्रेडिट या डेबिड कार्ड से राशि का भुगतान कर देते हैं। बदनामी से बचने के लिए कई बार मां-बाप इसकी शिकायत नहीं करते। इसलिए पुलिस ने आगाह किया है, बच्चों की गतिविधियों पर अभिभावक नजर रखें।
साइबर ठगी की शिकायतों पर साइबर टीम तत्काल कार्रवाई करती है। साइबर सेल की मदद से लोकेशन का पता लगाया जाता है। भोपाल में महादेव बेटिंग एप से जुड़े मामलों में ईडी ने कार्रवाई की है। जिले स्तर पर ट्रेंडिंग और अन्य एप से साइबर ठगी से जुड़े मामलों में निगरानी रखी जा रही है। साइबर अपराध रोकने के लिए लोगों को भी जागरूक होना जरूरी है।
चौंकाने वाले आंकड़े
-2023 में ईडी ने भोपाल सहित अन्य स्थानों से कुल 417 करोड़ की गैरकानूनी संपत्ति जब्त कर कार्रवाई की गई। -दिसंबर 2024 में ईडी के साथ एसटीएफ की कार्रवाई में 387.99 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई। जिसमें नकद 19.36 करोड़ और कीमती वस्तुओं 16.68 करोड़ बरामद हुए थे।
एसटीएफ ने किया गिरफ्तार
जून 2025 में यूपी एसटीएफ ने भोपाल से तीन आरोपियों शिवांश मिश्रा, रवि सिंह और उमाशंकर तिवारी को गिरफ्तार किया। ये तीनों आरोपी टेलीग्राम ग्रुप्स से गेमिंग का टास्क देकर 13 लाख ठग लिए। इनके पास से 3 मोबाइल, 16 डेबिट कार्ड, 15 चेक बुक, 9 बैंक पासबुक और 359 व्हाट्सएप चैट-स्क्रीनशॉट बरामद हुए थे।
कार्रवाई में गिरफ्तार
भोपाल डीसीपी क्राइम अखिल पटेल ने बताया कि, महादेव सट्टा से ठगी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने भोपाल के गिरीश तलरेजा को कोलार से गिरफ्तार किया। इससे पूछताछ में तलरेजा और रतनलाल जैन नामक व्यक्ति के बीच करोड़ों रुपए के लेन-देन का खुलासा हुआ। इस केस में शुभम सोनी का नाम भी सामने आया है, जो अभी फरार है।