महापौर मालती राय की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। यह मप्र का पहला ऐसा प्लांट है, जो स्लाटर वेस्ट को पर्यावरण के अनुकूल बदलते हुए उपयोगी बनाएगा। निगम ने वार्डवार अधिकारियों के नंबर भी जारी किए हैं ताकि लोग सीधे संपर्क कर सकें। महापौर ने कहा कि मेरी सभी धर्मावलंबियों से अपील है कि कुर्बानी के अवशेष गली, नालियों या खुले स्थानों पर न फेंकै। साफ-सफाई बनाए रखने के लिए अवशेष निगम की गाड़ियों को सौंपें या निर्धारित कंटेनरों में ही डालें।
निगम की तैयारियां
- सफाई व्यवस्था के खास इंतजाम।
- निगम की 21 जोनल टीमें गठित ।
- 35 वाडौं में गाड़ियां कुर्बानी अवशेष इकट्ठा करेंगी।
- 91 कंटेनर शहर में लगाए जाएंगे।
- 43 अस्थायी पशुवध गृह बनाए गए हैं।
- स्टोरेज पॉइंट पर रसायनों की व्यवस्था।
कैसे काम करता है
- अवशेष इकट्ठे किए जाते हैं।
- इन्हें छोटे टुकड़ों में काटा जाता है।
- रेडरिंग प्लांट पशु अवशेष (मांस, चबी, हड्डी,) उच्च तापमान पर पकाया जाता है। – अंत में तैयार होता है पशु आहार।