किसानों की जमीन का नहीं हो पा रहा सीमांकन
भले ही गांव को बुदनी तहसील में जोड़ दिया गया है लेकिन इसके बावजूद किसानों को अपनी जमीन का सीमांकन कराने के लिए न तो रेहटी और न ही बुदनी तहसील में कोई सुनने वाला मिल रहा है। जिन किसानों के भूमि सीमांकन आदेश रेहटी तहसील से हुए वह अब तक नहीं हो सके। बुदनी तहसील में गांव के आने के उपरांत लोक सेवा केंद्र में अभी तक सीमांकन, खसरा खतौनी की नकल देने कोई आदेश नहीं हुआ है। रिकॉर्ड नहीं आया- तहसीलदार
तहसीलदार सौरभ वर्मा का कहना है अब तक कंप्यूटर रेकॉर्ड पूरी तरह से बुदनी तहसील में नहीं आया है। इस कारण भूमि सीमांकन आदेश नहीं हो पा रहा है। ऐसी स्थिति में इस गांव का किसान विशेष कर जिन किसानों की भूमि इंदौर-बुदनी रेल लाइन या राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 140 बी में गई है, उनके सीमांकन के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं हो रही है। जबकि कुछ दिन बाद मानसून दस्तक देते ही झमाझम बारिश का दौर शुरू होगा, ऐसे में सीमांकन नहीं हो पाएगा।