शिवपुरी के पूर्व विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने सुबह कांग्रेस से इस्तीफे की घोषणा की और अपने एक्स हेंडल पर प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी को भेजा त्यागपत्र भी पोस्ट कर दिया। इस पर कांग्रेस नेता एक्टिव हुए और उन्हें मनाने में जुट गए। शाम होते होते वीरेंद्र रघुवंशी भी नरम पड़े और सोशल मीडिया से अपना त्यागपत्र हटा दिया।
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कांग्रेस में इन दिनों जिला अध्यक्ष चुनने की कवायद चल रही है और शिवपुरी जिलाध्यक्ष पद के लिए वीरेंद्र रघुवंशी तगड़े दावेदार थे। हालांकि अंदरूनी खींचातानी के कारण गाइडलाइन का हवाला देते हुए उनका नाम जिला अध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर कर दिया गया। इससे वे नाराज हो उठे और स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पार्टी से ही इस्तीफा दे दिया।
बाहर से आए नेताओं को 5 साल तक पद नहीं देने की गाइडलाइन
वीरेंद्र रघुवंशी 2023 के विधानसभा चुनावों के समय कांग्रेस में आए थे। इधर पार्टी ने बाहर से आए नेताओं को 5 साल तक पद नहीं देने की गाइडलाइन बनाई है जिसके कारण जिलाध्यक्ष की रेस से वे बाहर हो गए। खास बात यह है कि वीरेंद्र रघुवंशी इससे पहले भी कांग्रेस में रह चुके हैं पर बाद में वे बीजेपी में चले गए थे। बहरहाल, अब कांग्रेस उन्हें कैसे नवाजती है, यह आनेवाले कुछ दिनों में सामने आएगा।