इस तरह लगता है रेट
ज्वेलरी पर नियमानुसार 3 प्रतिशत जीएसटी लगता है। लेकिन कई बार यह 6 प्रतिशत तक लिया जाता है। सराफा कारोबारी ने बताया कि जेवर की बनवाई के हिसाब से जीएसटी बढ़ती है। मेकिंग चार्ज 5 से लेकर 20 प्रतिशत तक आर्टिकल के हिसाब से वसूला जाता है। प्योर गोल्ड के भाव बताकर उस भाव में ज्वेलरी बेची जाती है। इस ज्वेलरी पर मेकिंग चार्ज और जीएसटी बढ़ाकर दी जाती है।सोने पर जीएसटी: सोने के आभूषणों पर जीएसटी सोने के मूल्य का 3 प्रतिशत है। मेकिंग चार्ज पर जीएसटी: मेकिंग चार्ज पर अलग से 5 प्रतिशत जीएसटी लगता है, जो आम तौर पर आभूषणों की अंतिम कीमत में शामिल होता है।
बिल में भी अंतर
एक उपभोक्ता ने बताया कि ज्वेलरी बुक की तब बिल पर 15 प्रतिशत मेकिंग चार्ज लिखा गया, लेकिन बाद में उसे 1500 रुपए प्रति ग्राम कहकर ज्वेलरी के रेट बताए गए। पूछने पर कहा गया बिल बनाने का यही तरीका है। इस गड़बड़ी ग्राहक अब उपभोक्ता फोरम जाने की तैयारी में है।दो बड़े शहरों में सोने के भाव में अंतर
24 कैरेट- भोपाल 98,300इंदौर-96,800 22 कैरेट- भोपाल 87,100
इंदौर- 89,800 चांदी टंच – भोपाल 98,500
इंदौर- 97,800