पूछताछ में बताया कि वे लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हैं। हैंडलर जिशान अख्तर कनाडा में है। जांच में पता चला कि ग्रेनेड पाकिस्तान से मंगवाया था। यह कैसे लाया गया, जांच जारी है। आरोपियों को पंजाब से आई स्पेशल ऑपरेशन सेल व पुलिस को सौंप दिया। एडीजी दिनेश एम.एन. ने बताया, आरोपी हनुमानगढ़ निवासी संजय नायक, पंजाब के कपूरथला स्थित आलमगीर निवासी सोनू उर्फ काली चीर व जयपुर के माधोराजपुरा निवासी रितिक के अलावा यूपी, निवाई व पंजाब के तीन नाबालिग हैं।यूपी के नाबालिग ने पंजाब में ब्लास्ट किया था।
नाबालिगों को लालच देकर गैंग से जोड़ते थे
आरोपी जिशान अख्तर, शहजाद व गोपी तीनों देश के विभिन्न क्षेत्रों में आपराधिक गतिविधियां चलाते हैं और स्थानीय नाबालिग किशोरों को पैसों का लालच देकर गैंग से जोड़ते हैं। फिर उनसे वारदात करवाते हैं। दिनेश एम.एन. ने बताया कि पकड़े गए आरोपी भी इंस्टाग्राम व अन्य ऑनलाइन ऐप के जरिए जिशान अख्तर से जुड़े हुए थे। आरोपी जिशान अख्तर ने ही इनको पंजाब में एक शराब दुकान के बाहर ब्लास्ट करवाकर दहशत फैलाई थी। शराब कारोबारी ने रंगदारी देने से इनकार कर दिया था, तब वारदात को अंजाम दिया। जिशान अख्तर ही उनको दिल्ली व ग्वालियर में टारगेट बताता है। ब्लास्ट की सामग्री गैंग के अन्य सदस्य उपलब्ध करवाते हैं और टारगेट अन्य सदस्य बताते हैं।
जिशान ने ली थी बाबा सिद्धिकी की हत्या की जिम्मेदारी
एडीजी दिनेश एम.एन. ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों का कनाडा निवासी हैंडलर जिशान अख्तर ने मुम्बई में बाबा सिद्धीकी हत्या की जिम्मेदारी ली थी। जिशान अख्तर व पाकिस्तानी गैंगस्टर शहजाद भट्टी, मनु अगवान व गोपी नवाशहरिया पंजाब तीनों आपस में जुड़े हुए हैं।