शास्त्री नगर स्कूल के सिर्फ 3 कमरे शेष शास्त्रीनगर टेम्पो स्टैंड के पास स्थित महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय के 5 कमरों को सील कर दिया गया। यहां अब केवल 3 कमरे ही उपयोग में बचे हैं, जिससे विद्यार्थियों को बैठाना चुनौतीपूर्ण हो गया है।
अभिभावकों की चिंता बढ़ी मंगलवार को कुछ अभिभावकों ने भी विद्यालय का निरीक्षण किया और बच्चों को भेजने पर गंभीर चिंता जताई। उनका कहना था कि ऐसी स्थिति में यदि भवन गिरा तो बड़ा हादसा हो सकता है। जिवलिया के एक अभिभावक ने कहा कि जब तक स्कूल की इमारत पूरी तरह सुरक्षित न हो, तब तक बच्चों को भेजना जोखिम भरा है। प्रशासन को गंभीरता से सभी स्कूलों की स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
अब भी 4902 विद्यालय शेष जिले में कुल 6159 विद्यालय व आंगनबांड़ी केंद्र संचालित हैं, लेकिन अब तक महज 1257 विद्यालयों का ही भौतिक सत्यापन हो सका है। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि बाकी 4902 विद्यालयों की स्थिति का पता कब चलेगा। प्रशासन के लिए यह चुनौती बनता जा रहा है क्योंकि एक ओर तो भारी बारिश के चलते फील्ड टीमों को काम में दिक्कत आ रही है, वहीं दूसरी ओर स्कूलों में अध्ययनरत हजारों बच्चों की जान जोखिम में पड़ सकती है।
जमीनी हकीकत कई ग्रामीण इलाकों में अभी तक निरीक्षण टीम नहीं पहुंच पाई है। कुछ स्कूलों के बारे में ग्रामीणो ने खुद शिक्षा विभाग को जर्जर भवनों की सूचना दी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
भीलवाड़ा जिले की स्थिति ब्लॉक स्कूल कमरे
- बिजौलिया 10 25
- जहाजपुर 66 27
- मांडलगढ़ 113 33
- शाहपुरा 47 05
- सुवाणा 22 54
- आसींद 41 61
- बनेड़ा 73 53
- सहाड़ा 55 81
- रायपुर 27 22
- हुरड़ा 15 12
- बदनोर 05 30
- करेड़ा 46 29
- मांडल 81 41
- कोटड़ी 24 40
- कुल 625 213