कृषि विभाग की ओर से इस बार 4 लाख 44 हजार हैक्टर में बुवाई का लक्ष्य तय किया है। जो पिछले साल की तुलना में 32 हजार हैक्टेयर ज्यादा है। पिछले साल जिले में 4 लाख 12 हजार हैक्टेयर में बुवाई हुई थी।
जिले में पिछले साल 3 लाख 91 हजार हैक्टेयर से अधिक क्षेत्र में बुवाई की थी। कृषि विभाग के अनुसार इस साल बुवाई के बाद 70 हजार टन खाद की आवश्यकता होगी। किसानों की माने तो पिछले साल की तुलना में किसानों में इस बार मूंग व मोठ की बजाए खरीफ सीजन में दलहन के साथ तिलहन की फसल की बुवाई के प्रति किसानों का रुझान रहेगा। अभी जिले में कपास की बुवाई चल रही है। लेकिन मक्का, चावल, ज्वार, बाजरा, मूंग, उड़द, मूंगफली, तिल, सोयाबीन, गन्ना, ग्वार व अन्य फसलों की बुवाई होगी।
कृषि विस्तार के संयुक्त निदेशक विनोद कुमार जैन ने बताया कि विभाग की ओर से खरीफ सीजन में किसानों को मिनीकिट का आवंटन किया जा रहा है। किसानों को गुणवत्ता परक खाद-बीज मिले इसके लिए विशेष अभियान चलाया गया है।
फसल लक्ष्य
- मक्का 190000
- ज्वार 71000
- उड़द 65000
- कपास 30000
- मूंगफली 15000
- मूंग 10000
- तिल 9000
- सोयाबीन 6000
- ग्वार 4000
- बाजरा 3000
- चावल 1000
- गन्ना 10
- अन्य 40200
- योग 444210