इसके बाद काफी देर तक कोई हलचल न होता देख, यात्री इंजन के पास पहुंचे, तो पता चला कि इंजन के एक्सेल का तापमान 104 डिग्री सेल्सियस दिखा रहा है। 1 घंटे से ज्यादा देर तक स्टेशन व स्टेशन मास्टर के रूम में बातचीत चलती रही। सीटू नेता जेपी त्रिपाठी ने बताया कि राजहरा रेलवे स्टेशन में लोग हंगामा करने लगे। हंगामा होते देखे आखिर में 2 घंटे के बाद गाड़ी को रद्द करने की घोषणा की गई। सोमवार की सुबह भी लोकल को करीब 50 मिनट विलंब किया गया।
CG Train Cancelled: सोमवार को लिया अफसरों ने यह फैसला
राजहार रेलवे स्टेशन में सोमवार को अंतागढ़ से सुबह 5.40 बजे आने वाली गाड़ी एक घंटा विलंब थी। वहीं 6.20 बजे राजहरा से दुर्ग तक जाने वाली गाड़ी थी, जिसे समय पर छोड़ा जा सकता था। रेलवे के अधिकारियों ने निर्णय लिया कि पहले अंतागढ़ से आने वाली गाड़ी छोड़ेगे । उसके बाद ही राजहरा से जाने वाली गाड़ी को रवाना किया जाएगा। इस तरह समय पर गाड़ी छोड़ा जा सकता था, उस गाड़ी को भी लेट से छोड़ा गया। इस लोकल को जानबूझकर 50 मिनट लेट किया गया। लोग
स्टेशन मास्टर से बहस करते रहे। स्टेशन मास्टर ऊपर के अधिकारियों को वस्तु स्थिति बताते रहे। इसके बाद भी पहली गाड़ी पहुंची, तब दूसरी लोकल को विलंब से छोड़ा गया।
इस वजह से करना पड़ा रद्द
उन्होंने बताया कि यह लोकल डीजल इंजन से चलती है, जिसका रिपेयर गोंदिया में किया जाता है। उस गाड़ी की जानकारी रखने वाला मैकेनिक ने जब एक्सेल पर टेंपरेचर गन से तापमान लिया, तो उसका तापमान 104 डिग्री सेल्सियस दिख रहा था। उसका तापमान 84 डिग्री से ज्यादा नहीं होना चाहिए। ऐसे में मैकेनिक ने साफ कह दिया कि इतने टेंपरेचर में इस गाड़ी को चलाने की इजाजत नहीं दे सकता।
2 घंटे तक नहीं लिए ऊपर के अधिकारियों ने कोई निर्णय
त्रिपाठी ने बताया कि मेमू के एक्सेल के तापमान को बढ़ा हुआ देख मैकेनिक ने हर उस अधिकारी को टेलीफोन से सूचित किया जिन्हें निर्णय लेकर गाड़ी चलाने अथवा ना चलाने का आदेश नीचे भेजना था, किन्तु भारी जद्दोजहद के बाद भी ऊपर के अधिकारी 2 घंटे तक कोई निर्णय लेकर नीचे सूचित नहीं किया। दल्लीराजहरा स्टेशन में लोकल के बगल में इलेक्ट्रिक से चलने वाली गाड़ी मेमू खड़ी थी। स्टेशन में मौजूद सीटू नेताओं ने सवाल उठाया कि जब बगल वाली पटरी पर मेमू खड़ी है, तो उसे क्यों नहीं चला रहे हैं। इस पर स्टेशन मास्टर ने कहा कि मेमू व डेमू को चलाने वाले क्रू मेंबर अलग-अलग होते हैं। डीजल इंजन चलाने वाला ड्राइवर इलेक्ट्रिक इंजन नहीं चला सकता।
वैसे ही इलेक्ट्रिक लोको चलाने वाला ड्राइवर इलेक्ट्रिक मेमू नहीं चला सकता, यही वजह से
अधिकारियों ने चर्चा करके बताया है कि आधे घंटे में मेमू का क्रू मेंबर का इंतजाम किया जा रहा है। 45 मिनट बाद घोषणा कर दिया गया कि क्रू-मेंबर उपलब्ध नहीं हो पाया है, इसीलिए गाड़ी दुर्ग के लिए नहीं जा पाएगी।
टिकट कैंसिल कराने लगी भारी भीड़
रात का समय था किसी को भिलाई पहुंच कर घर जाना था। किसी को आगे की यात्रा करनी थी, तो किसी को भिलाई स्टील प्लांट में रात्रि पाली में ड्यूटी जाना था। इस बीच दो घंटा होते होते
यात्रियों का सब्र का बांध टूटने लगा वे नाराज होकर स्टेशन मास्टर से ट्रेन की वास्तविक स्थिति बताने व ट्रेन ना चलने पर घोषणा कर टिकट का पैसा लौटाने के लिए दबाव बनाने लगे। इसके बाद ट्रेन रद्द करने की घोषणा की गई। इस घोषणा के बाद टिकट काउंटर में टिकट कैंसिल करवा कर पैसा लेने वालों की भीड़ उमड पड़ी।