ट्रंप सरकार का दावा–भारत-पाक संघर्ष को रोका
टैमी ब्रूस ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पिछली भूमिका को याद करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच जब सैन्य तनाव चरम पर था, तब ट्रंप प्रशासन ने उसे काबू में करने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि यह अमेरिका के लिए “गर्व की बात” थी कि वह एक बड़े युद्ध को टालने में शामिल रहा।
परमाणु धमकी पर अमेरिका ने जताई चिंता
पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने अमेरिका की धरती पर भारत के खिलाफ परमाणु युद्ध छेड़ने और “आधी दुनिया को तबाह” करने जैसी धमकी दी। यह पहली बार था जब अमेरिकी धरती से किसी तीसरे देश को इस तरह की धमकी दी गई। हालांकि अमेरिका ने इस बयान से खुद को अलग रखते हुए कहा कि उनका रुख शांति और स्थिरता के पक्ष में है।
क्या अमेरिका पाकिस्तान को देगा ज्यादा समर्थन ?
जब ब्रूस से पूछा गया कि क्या ट्रंप और आसिम मुनीर की मुलाकात के बाद अमेरिका पाकिस्तान को ज्यादा सैन्य सहायता देगा, तो उन्होंने साफ कहा, “हमारे भारत और पाकिस्तान दोनों से अच्छे रिश्ते हैं और हम किसी एक पक्ष के समर्थन में नहीं हैं।”
आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका-पाक मिलकर काम करेंगे
टैमी ब्रूस ने यह भी बताया कि इस्लामाबाद में हाल ही में अमेरिका और पाकिस्तान के बीच एक अहम बैठक हुई, जिसमें दोनों देशों ने आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई की बात दोहराई। उन्होंने कहा, “हमने आतंकवाद के सभी रूपों का मुकाबला करने के लिए सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की।”
अमेरिका की “न्यायपूर्ण कूटनीति”
बहरहाल भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने कूटनीतिक संतुलन बनाए रखने की कोशिश की है। एक ओर वह पाकिस्तान के साथ आतंकवाद विरोधी बातचीत कर रहा है, वहीं भारत के साथ भी अपने रणनीतिक रिश्ते मजबूत बनाए हुए है।आसिम मुनीर की धमकी के बावजूद अमेरिका ने शांति का संदेश दिया है और दोहराया है कि वह दोनों देशों के साथ स्थिर और संतुलित रिश्ते चाहता है।