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बरपा तेज रफ्तार का कहर! दो सड़क हादसों में एक की मौत, दूसरे युवक की हालत गंभीर… गांव में शोक की लहर दुर्घटना के बाद जिला दंडाधिकारी दंडाधिकारी जांच के आदेश दिए थे। इस मामले की जांच एसडीएम कर रहे थे। उन्होंने जांच प्रतिवेदन सौंप दिया है। जांच में रिपोर्ट में साफ हुआ है कि जिस बस में कर्मियों को घर से कंपनी और कंपनी से घर के लिए आने-जाने का काम किया जाता था, उस बस की लाइट खराब थी। चालक बिना लाइट वाली बस में कर्मियों को लेकर कंपनी से निकला। इस दौरान खदान में बस पलट गई।
जांच रिपोर्ट आने के बाद उक्त कंपनी को भी नोटिस दिया जाना था, जिसके जिमे बस के रख-रखाव की जिमेदारी थी। बस की फिटनेस को लेकर सवाल खड़े हो रहे थे। कंपनी और चालक के खिलाफ क्या एक्शन लिया गया। जांच रिपोर्ट के अनुसार घायल मजदूरों ने बताया था कि बस की लाइट लगातार जल नहीं रही थी। आशंका है कि अंधेरे में चालक को रास्ता नजह नहीं आया और बस खदान में गिर गई हो। फिटनेंस को लेकर भी सवाल खड़े किए गए। जांच अधिकारी ने बताया कि घायल ठीक होते गए, उनका बयान लिया गया। अस्पताल में ठीक होकर आने में वक्त लगा। इस वजह से जांच रिपोर्ट में विलंब हुआ।
यह है मामला कुहारी के केडिया कंपनी से कर्मियों व मजदूरों को 9 अप्रैल 2024 की रात 8 बजे कंपनी की बस लेकर निकली। 15 मिनट के भीतर सूचना मिली कि बस खदान में गिर गई। बचाव कार्य में सबसे पहले स्थानीय लोग जुटे। रात होते-होते 12 लोगों की मौत हो गई। अगले दिन एम्स, रायपुर में एक और मजदूर ने दम तोड़ा। कंपनी ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए का चेक थमा दिया।
जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपा गया है। जांच में सामने आया है कि बस की हेडलाइट खराब थी। बिना लाइट के चालक बस चला रहा था, इस वजह से खदान में जाकर बस पलट गई।
महेश सिंह राजपूत, एसडीएम, भिलाई