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Resign letter: अपने ही विभाग से प्रताडि़त पुलिस आरक्षक ने एसपी को दिया त्याग पत्र, लगाए ये गंभीर आरोप 3 मार्च 2025 को विजय धुरंधर की ड्यूटी डायल 112 वाहन में थी। इसी दौरान एक ईआरवी से इवेंट मिला। एक एक्सयूवी वाहन में गांजा भरा हुआ है। चालक के साथ विजय मौके पर पहुंचा। जांच करने पर वाहन से तीन बोरियां बरामद हुईं। इनमें से एक लाल रंग की बोरी, जिसमें तीन पैकेट गांजा था। आरक्षक विजय धुरंधर और डायल 112 चालक अनिल कुमार टंडन ने मिलकर पास की झाड़ियों में छिपा दिया था।
बाद में दोनों ने मिलकर उस बोरी को अनिल कुमार टंडन के गांव औंधी स्थित घर में ले जाकर छुपा दिया। मामला खुलने पर अनिल कुमार टंडन की निशानदेही पर
गांजा बरामद किया गया। टीआई महेश ध्रुव ने दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया। दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। वहीं विजय धुरंधर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया था।
आरक्षक विजय धुरंधर ने पुलिस रेगुलेशन के पैरा 64 (2)(3) व 596 और मध्य प्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम-3 का उल्लंघन किया। इसी के मद्देनजर भारत के संविधान के अनुच्छेद 311(2)(बी) के तहत प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए उन्हें सेवा से बर्खास्त किया गया है।
विजय अग्रवाल, एसएसपी