CG News: 150 में से किसी का चयन कर ट्रेनिंग के लिए कर सकेंगे आवेदन
यहां विद्यार्थी को शासकीय व गैर शासकीय कंपनियों के करीब 150 विकल्प दिखाई देंगे। इनमें से किसी भी कंपनी का चयन कर उसमें वोकेशनल ट्रेनिंग के लिए आवेदन कर सकेंगे। पहले तक कॉलेज के विद्यार्थी अपने स्तर पर वोकेशनल ट्रेनिंग की कंपनियों का चुनाव कर लेते थे, जिससे सीएसवीटीयू को पूरी जानकारी नहीं मिल पाती थी। अब इस नई व्यवस्था के तहत किसी भी विद्यार्थी को सीएसवीटीयू डिजिवर्सिटी पोर्टल में दी गई कंपनियों के अलावा किसी अन्य कंपनी और फर्म से वोकेशनल ट्रेनिंग करने की अनुमति नहीं होगी। किन विद्यार्थियों को मिलेगा मौका
सीएसवीटीयू से संबद्ध कॉलेजों के यूजी और डिप्लोमा विद्यार्थियों को वोकेशनल ट्रेनिंग का मौकां मिलेगा। इस वोकेशनल ट्रेनिंग में चौथे और छठवें सेमेस्टर के विद्यार्थी शामिल होंगे। ट्रेनिंग के लिए मिले शेड्यूल के हिसाब से ही विद्यार्थियों को तय समय में प्रशिक्षण पूरा करना होगा। विद्यार्थियों को इंडस्ट्रीज और विभागों के रनिंग प्रोजेक्ट्स से जुड़ने के मौके मिलेंगे ताकि वे रियल प्रॉब्लमे को समझें।
और उससे सीख हासिल कर सॉल्यूशन की तरफ बढ़ें
सीएसवीटीयू ने अपने स्तर पर वोकेशनल ट्रेनिंग कंपनियों के साथ करार किए हैं, वहीं कॉलेजों को भी अधिकार दिया है कि वें अपने स्तर पर भी कंपनियों के नाम डिजिवर्सिटी पोर्टल पर जुड़वा सकेंगे। फिलहाल, वोकेशनल ट्रेनिंग कंपनियों में बीएसपी के अलावा पीडब्ल्यू जैसी दर्जनों शासकीय विभाग शामिल किए गए हैं, जिसके लिए वोकेशनल ट्रेनिंग के आवेदन किया जा सकता है। इसके अलावा प्रदेश के साथ-साथ देश की कुछ निजी बड़ी निजी कंपनी भी शामिल हैं जिन्होंने विद्यार्थियों को वोकेशनल ट्रेनिंग कराने के लिए हामी भरी है। इस वोकेशनल ट्रेनिंग के लिए जाने वाले विद्यार्थियों को सीएसवीटीयू ट्रैक कर सकेगा। विद्यार्थी सही और सर्टिफाइड कंपनी या शासकीय विभाग से प्रशिक्षण लिया है या नहीं, जानना आसान हो जाएगा। इसी तरह प्रशिक्षण की हाजिरी भी मॉनीटर की जाएगी। वोकेशनल ट्रेनिंग के लिए सीएसवीटीयू ने कोर इंजीनियरिंग, आईटी और मैन्युफैक्चरिंग के साथ ऑटोमेशन, डिजाइन के अलावा न्यू टेक्नोलॉजी बेस्ड कंपनी को जोड़ा है।
सीएसवीटीयू कुलसचिव, डॉ. अंकित अरोरा ने पत्रिका से कहा कि वोकेशनल ट्रेनिंग के लिए सीएसवीटीयू ने विशेष पोर्टल तैयार किया है, जिसमें सभी निजी व शासकीय कंपनियों के साथ विभिन्न शासकीय विभागों का विकल्प दिया गया है। छात्रों को पहले इसमें पंजीयन कराना होगा। इस लिस्ट की कंपनियों से ही ट्रेनिंग कर सकेंगे।