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बस्सी

विद्यार्थियों को परोसे जाएंगे श्रीअन्न से बने पौष्टिक व पारंपरिक व्यंजन

बच्चों की सुधरेगी सेहत: सरकारी स्कूलों में श्रीकृष्ण भोग सप्ताह शुरू

बस्सीAug 13, 2025 / 04:15 pm

vinod sharma

Schools Celebrate Krishna Week

चौमूं के सरकारी विद्यालय में भोजन करते विद्यार्थी।

प्रदेशभर के सरकारी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से पहले बच्चों के स्वाद में भी ‘कृष्ण रस’ घुलने वाला है। प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत 16 अगस्त तक चलने वाले ‘श्रीकृष्ण भोग सप्ताह’ में विद्यार्थियों को श्रीअन्न से बने पौष्टिक व पारंपरिक व्यंजन परोसे जाएंगे। इसी कड़ी में गोविंदगढ़ ब्लॉक की बात की जाए तो बीते दो दिन में तकरीबन 30 विद्यालयों में कक्षा 1 से 8वीं तक के नामांकित विद्यार्थियों को श्रीअन्न से बने व्यंजन खिलाया गया है। इस विशेष आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों को पौष्टिक, स्वच्छ और विविधतापूर्ण भोजन उपलब्ध कराना है। साथ ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व के सांस्कृतिक माहौल में बच्चों की भागीदारी को बढ़ाना है।
जानकारी अनुसार सरकार की ओर से सरकारी विद्यालयों में श्रीकृष्ण भोग का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें भामाशाह एवं आमजन अपने दिन विशेष पर विद्यार्थियों को भोजन की व्यवस्था की जा रही है। सरकार ने श्रीकृष्ण भोग के तहत अब 11 अगस्त से 16 अगस्त तक श्रीअन्न से बने व्यंजन खिलाने को लेकर विशेष आयोजन करने के निर्देश दिए है। यहां गोविंदगढ़ ब्लॉक में 294 सरकारी विद्यालय है। जिसमें कक्षा आठवीं तक करीबन 15 हजार से अधिक विद्यार्थी नामांकित है। जिन्हें सप्ताह में एक दिन विशेष व्यंजन पसोसा जाएगा। हालांकि बीते दो दिन में 30 विद्यालयों में आयोजन हो चुका है।
ये है श्रीअन्न…
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि श्रीअन्न नाम सरकार की ओर से मोटे अनाज मिलेट्स को दिया गया है। इसमें मुख्य रूप से बाजरा, ज्वार, सांवा, चना, कंगनी आदि शामिल हैं। सरकार ने मोटे अनाज को अधिक समान और महत्व देने के लिए इन्हें श्रीअन्न नाम दिया है। इनका अधिकाधिक उपयोग करने व बढ़ावा देने का आह्वान मन की बात में भी किया था। यह अनाज पोषण से भरपूर, कम पानी में उगने वाले एवं लाभकारी होते हैं।
पंजीरी व मौसमी फल भी…
विद्यालयों में सामुदायिक सहभागिता से स्थानीय रूप से उपलब्ध और पौष्टिक व्यंजन तैयार करने के साथ ही श्रीकृष्ण भोग में पंजीरी, दही-चीनी दूध से बने मिष्ठान और मौसमी फल भी परोसे जा सकते है। हालांकि बाजरा, ’वार, सांवा जैसे श्रीअन्न मिलेट्स से बने उत्पादों को विशेष रूप से शामिल करने पर जोर दिया है।
पोर्टल पर दर्ज कराना होगा
विभाग से मिले निर्देशानुसार सभी विद्यालयों में सप्ताह की अवधि के दौरान भोजन वितरण से संबंधित संपूर्ण प्रविष्टि पोर्टल पर अनिवार्य रूप से दर्ज की जाएगी, जो सरकार की मासिक मॉनिटरिंग रिपोर्ट में शामिल होगी। आयोजन की प्रत्येक गतिविधि का फोटोग्राफ और संक्षिप्त प्रतिवेदन आयुक्तालय, पीएम पोषण को भेजना होगा। इससे राज्य स्तर पर जिले एवं ब्लॉक के प्रदर्शन की समीक्षा भी की जा सकेगी।
श्रीकृष्ण भोग सप्ताह की विशेषताएं
-आयोजन तिथि: 11 से 16 अगस्त
-सभी प्राथमिक एवं उ‘च प्राथमिक विद्यालयों में अनिवार्य
-स्थानीय और पौष्टिक व्यंजन, मिलेट्स श्रीअन्न शामिल
-पारंपरिक भोग जैसे पंजीरी, दही, दूध से बने मिष्ठान परोसे जा सकते हैं
-पोर्टल पर प्रविष्टि अनिवार्य: फोटो व रिपोर्ट आयुक्तालय को भेजनी होगी
-भोजन के लिए मेज-कुर्सी की व्यवस्था पर विशेष जोर
फैक्ट फाइल
विद्यालय 8वीं में विद्यार्थी
राजकीय स्कूल 257 13243
संस्कृत स्कूल 33 1488
मदरसा 4 35

इनका कहना है…
सरकार की ओर से श्रीकृष्ण भोग के तहत विशेष सप्ताह में 8वीं तक के बच्चों को श्रीअन्न से बने व्यंजन परोसने की अच्छी पहल है। इससे बच्चाें को मोटे अनाज से पौष्टिक भोजन मिलेगा। दो दिन में 30 विद्यालयों के नामांकित विद्यार्थियों ने श्रीअन्न से बने व्यंजन का स्वाद चखा है। 16 अगस्त तक सभी विद्यार्थियों में आयोजन किया जाएगा।
-कृपानिधि त्रिवेदी, सीबीईओ, गोविंदगढ़

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