बाड़मेर। रात के दो बज रहे है। बाड़मेर शहर में धुप्प अंधेरा छाया हुआ है। आम तौर पर इस वक्त शहर सो जाता है लेकिन आज शहर सो नहीं रहा है। घरों में दुबका है। सजग और सावचेत है। शहर के हर घर के मुखिया व जिम्मेदार के कान छत पर लगे है। आसमान का सन्नाटा टूटने की आवाज तो नहीं आ रही है। गुरुवार की रात को पड़ौसी जैसलमेर में पाकिस्तान के मिसाइल अटैक के समाचार ने ही यहां के वाशिंदों की नींद उड़ा दी।
रात नौ बजे ब्लैक आऊट हुआ ही था कि जैसलमेर में ड्रोन अटैक की जानकारी आते ही लोग सहम गए। प्रशासन ने तुरंत ही रेड अलर्ट जारी कर दिया। रेड अलर्ट जारी होते ही सभी को घरों के अंदर रहने की अपील की गई। इधर, जैसलमेर में पाकिस्तान ने मिसाइल अटैक किया। जिससे पड़ोसी जिले बाड़मेर में लोेगों की नींद उड़ गई। हालांकि, भारतीय सेना ने हमले को नाकाम कर दिया। जिससे लोगों ने राहत की सांस ली।
दो बजे तक जागे लोग
रात को करीब दो बजे लोग घरों में जगे हुए थे। टी वी पर नजरे गाड़े हुए लोग पल-पल की जानकारी ले रहे थे। घर के मुखिया,जिम्मेदारों की नींद इसलिए भी उड़ी हुई थी कि वे पूरी तरह से सतर्क और सजग थे।
हालात पर ध्यान
लोगों आज छत पर सोए तो नहीं लेकिन उनके कान छत पर थे। वे घर के भीतर बैठे भी सतर्कता से यह सुनने की कोशिश कर रहे थे कि कुछ आवाज तो नहीं आई। साथ ही टी वी पर लगातार समाचार जानने के इच्छुुक थे।
सोशल मीडिया पर नजर
रात में भी सोशल मीडिया पर लगातार यह जानने के लिए भी लोगों की बेचैनी रही कि चल क्या रहा है? देशभर में चल रही न्यूज को जानने की बेसब्री रही।
बिना लाइट चले वाहन
सरकारी/ गैर सरकारी ऐसे लोग जिनकी ड्युटी थी या अस्पताल का विशेष कार्य था उन लोगों ने वाहनों की लाइट बंद की और फिर वाहन चलाया। इस दौरान पुलिस कर्मियों के रोकने पर उन्हें कार्ड दिखाना पड़ा या फिर अपनी पहचान दी। पुलिस ने हिदायत दी कि रात को नहीं निकलेंगे।
अस्पताल में ब्लैक पर्दे
राजकीय अस्पताल में रोशनी जरूरी थी, लेकिन यहां खिड़कियों पर काले कागज और काले पर्दे लगाए गए। जिससे कि रोशनी बाहर नहीं जाए। अस्पताल प्रशासन पूरी रात इसको लेकर सतर्क रहा कि किसी तरह की घटना हों तो तुरंत एमरजेंसी सेवाएं दी जाए।
जिला कलक्ट्रेट के अधिकांश कर्मचारियों की ड्युटी लगी थी। अधिकारी व कर्मचारियों को हाई अलर्ट मोड पर लेने से उनसे बार-बार सूचनाएं ली जा रही थी। कलेक्ट्रेट रात भर नहीं सोई और सुबह 4 बजे तक रेड अलर्ट तक नजर आए।
अफवाहें भी चलती रही
पुलिस और प्रशासन की कड़ी हिदायत के बाद भी अफवाहें चलती रही। उत्तरलाई रनवे, बाड़मेर शहर और गडरारोड़ को लेकर अफवाहें आई। जिसको लेकर प्रशासन, पुलिस ने खण्डन भी किया और सावचेत रहने का कहा।