BSF सब इंस्पेक्टर को बेटियों ने दी मुखाग्नि तो रो पड़ा पूरा गांव, सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
Martyred BSF Sub-Inspector Deependra Singh Shekhawat: अचानक हृदयाघात से निधन हो जाने के बाद सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ और दसवीं क्लास में पढ़ने वाली छोटी-छोटी बेटियों ने उन्हें मुखाग्नि दी।
Last Rites With Guard Of Honour: बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर पद पर बाड़मेर में तैनात बधाल निवासी दीपेंद्र सिंह शेखावत पुत्र रघुवीर सिंह की रविवार रात ड्यूटी के दौरान अचानक हृदयाघात से निधन से शोक की लहर दौड़ गई। पार्थिव देह पहुंचने पर अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए लोग बाजार में एकत्र हुए।
सोमवार सुबह रेनवाल एसडीएम सुनीता मीणा, तहसीलदार कोमल यादव, सीओ प्रियंका वैष्णव, सरपंच विजय कुमार सामोता, आरएएस उत्तम सिंह शेखावत, पंसस संघ प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र सिंह सुरपुरा, सतनारायण, गिरदावर नारायण जाट, पटवारी मुकेश बुलडक, पटवारी सुभाष काजला, मेवाराम बेणीवाल, नरसाराम गौरा बधाल पुलिस चौकी पहुंचे। करीब सुबह ग्यारह बजे तिरंगे में लिपटी पार्थिव देह पुलिस चौकी बधाल पर सेना के वाहन में पहुंची तो पूरा गांव भारतमाता के जयकारे तथा दीपेंद्र सिंह जिन्दाबाद के नारों से गूंज उठा।
इसके बाद अंतिम यात्रा निकाली जो शहीद के पैतृक निवास पर पहुंची। इसके बाद दादिया मार्ग पर गोशाला के पास सैन्य समान से बीएसएफ के जवान को नम आंखों से विदाई दी गई। बेटियों ने दीपेंद्र सिंह शेखावत को मुखाग्नि दी। इससे पूर्व सैन्य अधिकारी ने शहीद की पुत्री चंचल कंवर को शहीद की पार्थिव देह पर लिपटा तिरंगा संभलाया।
2007 में हुए बीएसएफ में तैनात
जानकारी के अनुसार 42 वर्षीय दीपेंद्र सिंह शेखावत की दिसबर 2007 में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स में तैनाती हुई। उनका परिवार करीब दो दशक से मेड़ता के पास गांव में रहता है। उन्होंने प्राथमिक शिक्षा बधाल में ग्रहण की। पिता कृषक व माता प्रवीण कंवर गृहणी हैं। शहीद के परिवार में माता पिता व ललिता कंवर व दो पुत्रियां चंचल कंवर व पायल कंवर हैं। दोनों बेटियां मेडता में दसवीं कक्षा की छात्रा हैं। दीपेन्द्र सिंह की जन्मस्थली बधाल में होने के कारण यहां अंतिम संस्कार किया गया।