उमेश पटेल ने कहा कि कुर्मी समाज को अपनी पहचान बनाए रखने के लिए जातीय जनगणना में स्वयं को ‘कुर्मी’ के रूप में दर्ज कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि समाज एकजुट रहेगा और शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देगा, तभी वह भविष्य में ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकेगा।
शिक्षा से ही मिलेगा समाज को सशक्त आधार
उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे पढ़ाई को अपना मुख्य लक्ष्य बनाएं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कुर्मी समाज के लोग आज आईएएस, आईपीएस और पीसीएस जैसी प्रतिष्ठित सेवाओं में मजबूती से अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। ऐसे में शिक्षा को लेकर जागरूकता समय की सबसे बड़ी मांग है। उमेश पटेल ने यह भी कहा कि समाज के लोग किसी अन्य उपनाम का प्रयोग न करें और हर मंच पर अपनी जातीय पहचान ‘कुर्मी’ के रूप में सामने लाएं, जिससे सामाजिक आंकड़ों में भी समाज की वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो सके।
कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कुर्मी क्षत्रिय सभा के उपाध्यक्ष रघुवीर सिंह गंगवार, महामंत्री/व्यवस्थापक आर.सी.लाल, महामंत्री रामऔतार सिंह गंगवार, मीडिया प्रभारी देश दीपक गंगवार, डॉ. राजेन्द्र कुमार गंगवार अध्यक्ष जय शिवाजी जय सरदार, हरीश गंगवार मंडल प्रभारी अखिल भारतीय कुर्मी महासभा, कोषाध्यक्ष आलोक गंगवार, सदस्य अरविंद पटेल, सदस्य डॉ. उग्रसेन गंगवार, सदस्य भद्र पाल गंगवार, सदस्य वीरेश कुमार गंगवार, सदस्य तेजपाल गंगवार, सदस्य अमित गंगवार, सदस्य कृष्ण पाल सिंह, सदस्य युधिष्ठिर प्रसाद गंगवार, सदस्य खेमेन्द्र गंगवार सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।