खास बात यह रही कि एमजेपीआरयू को पूरे देश के सामान्य सरकारी विश्वविद्यालयों में 33वां स्थान मिला है, जबकि उत्तर प्रदेश के पब्लिक यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट में यह तीसरे नंबर पर रहा। यूनिवर्सिटी ने बता दिया है कि सरकारी संस्थान भी अगर विजन के साथ काम करें तो वे प्राइवेट कॉलेजों से कहीं बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें 19831492: रूविवि बना देश के टॉप यूनिवर्सिटी क्लब का हिस्सा, इंडिया टुडे-2025 की रैंकिंग में चार कैटेगरी में मिला बड़ा मुकाम, यूपी में तीसरे नंबर पर इंजीनियरिंग और बीबीए में भी बढ़ाया परचम
इंजीनियरिंग के क्षेत्र में एमजेपीआरयू को देश के टॉप सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में 29वां रैंक मिला है। वहीं बीबीए यानी बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की राष्ट्रीय सूची में एमजेपीआरयू को 127वां स्थान हासिल हुआ है। बढ़ती रैंकिंग के पीछे विश्वविद्यालय की मल्टी-डिसिप्लिनरी अप्रोच, इंडस्ट्री से जुड़ाव और स्टूडेंट फ्रेंडली इनोवेशन को माना जा रहा है। विश्वविद्यालय की मौजूदगी अब इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, सोशल साइंस और रिसर्च के अलग-अलग क्षेत्रों में दिख रही है।
कुलपति ने जताई खुशी, टीम को दिया श्रेय
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के.पी. सिंह ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा यह सब हमारे टीचर्स, स्टूडेंट्स, शोधार्थियों और एडमिनिस्ट्रेशन की मेहनत का नतीजा है। हमारा फोकस सिर्फ पढ़ाई तक सीमित नहीं है, बल्कि हम समाज और देश के लिए उपयोगी प्रोफेशनल्स तैयार करना चाहते हैं। एमजेपीआरयू अब स्टार्टअप इन्क्यूबेशन, डिजिटल लर्निंग और इंटरनेशनल कोलैबोरेशन को भी आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है। इसके साथ ही स्किल डेवेलपमेंट के ज़रिए छात्रों को इंडस्ट्री के लिए तैयार किया जा रहा है।