जानकारी के अनुसार, भीमलौर निवासी 45 वर्षीय चंद्रपाल अपने परिवार के साथ बुधवार रात घर में सो रहे थे। रात करीब 12 बजे जोरदार बारिश के बीच उनका कच्चा मकान अचानक भरभराकर गिर गया। हादसे में चंद्रपाल, उनकी पत्नी सुनीता और उनके छह बच्चे मलबे में दब गए। हादसे के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई।
मौके पर पहुंचे सीओ और पुलिस
सूचना मिलते ही थाना आंवला पुलिस और रामनगर चौकी टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की मदद से मलबा हटाकर घायलों को बाहर निकाला गया और तत्काल सीएचसी भिजवाया गया। वहां से सभी को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया। सीओ आंवला नितिन कुमार ने बताया कि सभी घायलों की हालत फिलहाल स्थिर है। गांव में बाकी जर्जर मकानों का भी सर्वे कराया जा रहा है ताकि आगे ऐसे हादसों को रोका जा सके।
हादसे में ये लोग घायल
मकान गिरने से 55 वर्षीय भोजराम पुत्र ढाकनलाल, 50 वर्षीय चंद्रपाल पुत्र ढाकनलाल, 45 वर्षीय सुनीता पत्नी चंद्रपाल, 15 वर्षीय रवि पुत्र चंद्रपाल, 10 वर्षीय बलवीर पुत्र चंद्रपाल, 9 वर्षीय मंजू पुत्री चंद्रपाल, 8 वर्षीय ज्योति पुत्री चंद्रपाल और 2 वर्षय संजीव पुत्र चंद्रपाल गंभीर रुप से घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
घायलों को जिला अस्पताल देखने पहुंचे मंत्री धर्मपाल
आंवला के भीमलोर में बारिश के कारण एक कच्चा मकान गिर गया। इस हादसे में एक ही परिवार के 5 बच्चों समेत 8 लोग मलबे में दब गए। स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस की मदद से सभी घायलों को मलबे से निकाला गया। प्राथमिक उपचार के लिए उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। हालत गंभीर होने के कारण सभी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना। उन्होंने डॉक्टरों को घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए। मंत्री ने घायलों को मुआवजा देने के साथ घर निर्माण में मदद का आश्वासन दिया।