किला के एक व्यक्ति ने अपनी पुत्री का रिश्ता लगभग एक वर्ष पूर्व इमरान पुत्र सदाकत अली निवासी फतेहगंज पश्चिमी से तय किया था। इस एक वर्ष के दौरान त्योहारों व पारिवारिक अवसरों पर लड़की पक्ष की ओर से लड़के वालों को उपहारस्वरूप वस्त्र व अन्य सामग्री भेंट की जाती रही।
लड़के के बहनोई ने फोन कर की डिमांड
दोनों परिवारों की सहमति से सगाई की तारीख तय हुई थी। 27 अप्रैल को लड़के वाले लगभग 30 से अधिक रिश्तेदारों के साथ लड़की के घर पहुंचे। सगाई की रस्म शुरू होने ही वाली थी कि लड़के की मां, चाचा, बहनोई और लड़के ने दिए जाने वाले उपहारों को देखकर नाराजगी जताई। पीड़ित पक्ष के अनुसार मौके पर ही लड़के के बहनोई ने फोन पर दहेज में 5 लाख नकद, बुलेट मोटरसाइकिल, दूल्हे के लिए सोने की चेन, दोनों बहनोई के लिए सोने की अंगूठी और बहनों के लिए चांदी की पायल चाहिए।
लड़की पक्ष से अभद्रता का आरोप
लड़की के पिता अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया और सगाई से इनकार कर दिया गया। आरोप है कि लड़के पक्ष ने अपमानजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि यह परिवार भिखारी है और लड़के को यहां कुछ नहीं मिलेगा। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने हाथ जोड़कर निवेदन किया, लेकिन कार्यक्रम स्थल से गालियां देते हुए निकल गए। पीड़ित पिता ने किला थाने में तहरीर दी। जिसके बाद पुलिस ने लड़के पक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।