दोपहर 12 बजे नगर निगम मेयर कार्यालय में चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई। बैठक की अध्यक्षता कर रहे मेयर डॉ. उमेश गौतम ने नामांकन की औपचारिकता निभाई, जिसमें केवल नरेंद्र सिंह का नाम प्रस्तावित किया गया। अनुमोदक के रूप में पार्षद सतीश कातिब ने समर्थन जताया। चूंकि किसी अन्य पार्षद ने नामांकन नहीं भरा, ऐसे में नरेंद्र सिंह को निर्विरोध उपसभापति घोषित कर दिया गया।
सपा का संगठनात्मक असर कमजोर, विरोध की भी ताकत नहीं बची
नगर निगम बोर्ड से लेकर कार्यकारिणी तक समाजवादी पार्टी की पकड़ लगातार कमजोर होती जा रही है। 2017 के चुनाव में जहां सपा के 28 पार्षद हुआ करते थे और बोर्ड में उनकी सशक्त उपस्थिति दिखती थी, वहीं अब कार्यकारिणी में सिर्फ दो ही सदस्य रह गए हैं। हालात यह हो गए हैं कि उपसभापति चुनाव जैसे अहम मौके पर भी पार्टी के पार्षद आपत्ति दर्ज कराने तक नहीं पहुंचे।
ढोल-नगाड़ों से हुआ उपसभापति का स्वागत
उपसभापति पद की घोषणा के तुरंत बाद कार्यकारिणी कक्ष में जश्न का माहौल बन गया। समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों के साथ नरेंद्र सिंह का स्वागत किया। किसी ने उन्हें माला पहनाकर बधाई दी तो किसी ने मिठाई खिलाकर खुशियां साझा कीं। बैठक में उपसभापति चुने जाने से पहले ही माहौल ऐसा था मानो फैसला पहले ही तय हो चुका था।
ये रहे मौजूद
बैठक में नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य, अपर नगर आयुक्त शशि भूषण राय, संयुक्त नगर आयुक्त मंयक यादव, मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी, एक्सईएन आरके राठी और लेखाधिकारी अनुराग सिंह समेत निगम के अधिकारी व कार्यकारिणी सदस्य मौजूद रहे।
मेयर का बयान
मेयर डॉ. उमेश गौतम ने कहा नगर निगम की कार्यकारिणी में उपसभापति का चुनाव पूरी तरह पारदर्शी तरीके से संपन्न कराया गया। कार्यकारिणी के नए उपसभापति नरेंद्र सिंह को सभी का समर्थन मिला है।