यह कार्रवाई समाजवादी महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष रीबू श्रीवास्तव के आदेश पर की गई है। संगठन ने यह निर्णय रिहाना बी पर दर्ज आपराधिक मुकदमे और पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोपों के आधार पर लिया। बताया जा रहा है कि बीते महीने इज्जतनगर थाने में रिहाना बी के खिलाफ कुछ लोगों ने जमीन से जुड़े एक विवाद में गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया था।
पार्टी विरोधी गतिविधियों का भी आरोप
जमीन प्रकरण में रिहाना बी का नाम सामने आने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया। मामला प्रदेश नेतृत्व तक पहुंचा तो समाजवादी महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष रीबू श्रीवास्तव ने इस प्रकरण की पूरी जानकारी जुटाई और संगठन के नियमों के अनुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की। प्रदेश अध्यक्ष की ओर से जारी आधिकारिक पत्र में कहा गया है कि रिहाना बी को असामाजिक कार्यों में लिप्तता एवं पार्टी विरोधी गतिविधियों में भागीदारी के आधार पर पार्टी संगठन से तत्काल प्रभाव से हटाया गया है।
संगठन की छवि से कोई समझौता नहीं
आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि पार्टी की गरिमा बनाए रखने और संगठन की छवि को अक्षुण्ण रखने के लिए इस प्रकार के मामलों में कठोर रुख अपनाया जाएगा। रिहाना बी का इस पूरे घटनाक्रम पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। उनसे संपर्क का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल फोन नहीं उठा, जिससे उनका पक्ष नहीं लिया जा सका।
सपा जिलाध्यक्ष का बयान
इस बीच समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष शिवचरण कश्यप ने भी इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा कि पार्टी अनुशासन का पालन सर्वोपरि मानती है। उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व किसी भी ऐसे व्यक्ति को संगठन में बनाए नहीं रखेगा, जिस पर गंभीर आरोप हों या जिसकी गतिविधियों से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचता हो।