कॉलेज के डायरेक्टर आदित्य मूर्ति ने बताया कि यह छूट लेप्रोस्कोपिक, एंडोस्कोपिक, आर्थोस्कोपिक, रोबोटिक और लेजर सर्जरी पर लागू होगी। रजिस्ट्रेशन कराने वाले मरीज सर्जरी की तिथि 5 जुलाई के बाद भी अपनी सुविधा के अनुसार तय कर सकेंगे। इतना ही नहीं, रजिस्ट्रेशन कराने वालों को लकी ड्रा में शामिल होने का भी मौका मिलेगा, जिसमें चयनित मरीज की सर्जरी पूरी तरह निशुल्क की जाएगी।
कैंप में इन सर्जरी पर मिलेगी छूट
यह विशेष छूट गैस्ट्रो सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, यूरोलॉजी, कॉस्मेटिक सर्जरी, इंटरवेंशनल सर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी, कार्डियक सर्जरी, जनरल सर्जरी, गायनी सर्जरी, नेत्र सर्जरी, ऑर्थोस्कोपी व ज्वाइंट रिप्लेसमेंट, नाक-कान-गला सर्जरी जैसी सुविधाओं पर मान्य होगी। आदित्य मूर्ति ने बताया कि एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज चार जुलाई को अपने 24वें स्थापना दिवस में प्रवेश कर रहा है। विगत 23 वर्षों में संस्थान ने चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। इनमें 100 बेड का आरआर कैंसर इंस्टीट्यूट, इनफर्टिलिटी सेंटर, 110 बेड की क्रिटिकल केयर यूनिट, 36 से अधिक सफल किडनी ट्रांसप्लांट और कोक्लियर ट्रांसप्लांट प्रमुख हैं।
देश के टॉप 40 मेडिकल कॉलेजों में लगातार आठवां स्थान
उन्होंने बताया कि इंडिया टुडे द्वारा जारी मेडिकल कॉलेज रैंकिंग 2025 में एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज को देशभर के 785 सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में 37वां स्थान मिला है। यह लगातार आठवां साल है जब कॉलेज टॉप 40 संस्थानों की सूची में बना हुआ है। एसआरएमएस का आरआर कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर अब देश के प्रमुख कैंसर उपचार संस्थानों में शामिल है। यहां ब्रेकीथेरेपी, हाई एनर्जी लीनियर एक्सेलेरेटर, एचडीआर मशीन, ट्रूबीम जैसी आधुनिक तकनीक से कैंसर का उपचार किया जाता है। कीमोथेरेपी के लिए प्रीमियम लाउंज, अलग ओपीडी और डे केयर यूनिट जैसी सुविधाएं भी मौजूद हैं।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है संस्थान
एसआरएमएस अस्पताल में रोजाना 1800 से अधिक ओपीडी मरीज पहुंचते हैं। संस्थान में कार्डियक साइंसेज, न्यूरो साइंसेज, रेडियोथेरेपी, प्लास्टिक सर्जरी और रीनल साइंसेज जैसे विभाग अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित हैं। यहां हर महीने 800 से अधिक मेजर सर्जरी और 500 से ज्यादा डायलिसिस सफलतापूर्वक की जाती हैं। 3.0 टेस्ला एमआरआई, मॉड्यूलर ओटी, ब्रोंकोस्कोपी, इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी, एंजियोग्राफी, लेजर ट्रीटमेंट जैसी तकनीक से यह अस्पताल दिल्ली और लखनऊ के बीच एक प्रमुख चिकित्सा केंद्र बनकर उभरा है।