ग्रामीणों ने राहत की सांस लेते हुए बताया कि तेंदुए की दहशत के चलते किसान खेतों में नहीं जा पा रहे थे, जिससे खेती-किसानी का काम प्रभावित हो रहा था। बच्चों के स्कूल जाना भी मुश्किल हो गया था।
चौकीदार ने बनाया था तेंदुए का वीडियो
मालूम हो कि 26 जून को फैजुल्लापुर स्थित बंद पड़ी खेतान फैक्टरी में तेंदुए ने वहां तैनात चौकीदार अजय कुमार की गाय पर हमला कर दिया था। अजय कुमार ने छत पर चढ़कर तेंदुए का वीडियो बनाया और शोर मचाकर उसे वहां से भगा दिया। इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई, जिसने फैक्टरी में पिंजरा और सीसीटीवी कैमरे लगाए, लेकिन तेंदुआ हर बार चकमा देता रहा।
आठ दिन पहले बनाई गई थी नई रणनीति
तेंदुए को पकड़ने के लिए मेरठ से बुलाए गए वन्यजीव विशेषज्ञ जीएस खुशालिया ने फैक्टरी परिसर का निरीक्षण कर नई रणनीति बनाई। उनका मानना था कि यह तेंदुआ पहले पिंजरे के अनुभव से सतर्क है, लिहाजा पारंपरिक तरीके से पकड़ना मुश्किल होगा। इसके बाद रेंज अधिकारी केके मिश्रा, वनकर्मी अकबर अली और मोहम्मद अशरफ की टीम ने उसके संभावित रास्ते पर नया पिंजरा लगाया और उसमें एक जिंदा मुर्गी को चारे के रूप में बंद किया गया।
रात की बारिश ने बदला खेल
मंगलवार रात हुई बारिश के कारण माना जा रहा है कि तेंदुए को शिकार नहीं मिल सका। भूख से परेशान होकर वह पिंजरे में रखी मुर्गी को देखने आया और उसमें घुस गया। इसी दौरान वह कैद हो गया। तेंदुए के पकड़े जाने की सूचना पर थाना प्रभारी हाफिजगंज पवन कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। वन विभाग की टीम भी वहां पहुंची। फिलहाल तेंदुआ विभागीय निगरानी में है। उसे कहां छोड़ा जाएगा, इसके लिए विभाग द्वारा रणनीति तैयार की जा रही है।