भीम आर्मी व आजाद समाज पार्टी कांशीराम ने गुरुवार को एसएसपी दफ्तर पहुंचकर पूरे मामले में ग्राम पंचायत अधिकारी की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए उसे बर्खास्त करने की मांग उठाई है। साथ ही पीड़ित परिवार को सरकारी मदद देने और सभी आरोपियों को जेल भेजने की मांग को लेकर प्रशासन को चेतावनी भी दी गई है। सीओ प्रथम आशुतोष शिवम ने उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द की कार्रवाई की जाएगी।
कई लोगों पर रुपये लेने का आरोप
छात्र के परिजनों का आरोप है कि 9 जुलाई को खंड विकास कार्यालय के सामने एक लड़की से छेड़छाड़ का झूठा आरोप लगाकर पंचायत सचिव और कुछ अन्य लोगों ने मोहम्मद आरिश को पकड़ लिया और सड़क पर ही बुरी तरह पीटा। आरोप है कि इसी दौरान उसकी बेइज्जती की गई और मामला मीडिया में न पहुंचे, इसके एवज में 5000 रुपये भी वसूले गए। इतना ही नहीं, आरिश के पिता का कहना है कि थाने और सीओ ऑफिस के कुछ लोगों ने मिठाई के नाम पर 50 हजार रुपये की मांग की। इन तमाम घटनाओं से आहत होकर छात्र ने आत्महत्या कर ली।
पार्टी पदाधिकारियों ने दी आंदोलन की चेतावनी
घटना के बाद परिवार चार दिन तक थाने के चक्कर काटता रहा। आखिरकार भारी दबाव और प्रयासों के बाद केस दर्ज हो सका। लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। परिजन और सामाजिक संगठन आरोप लगा रहे हैं कि आरोपी पंचायत सचिव और अन्य लोगों का राजनीतिक रसूख इतना मजबूत है कि अब तक कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हो पाई। भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी कांशीराम के पदाधिकारियों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि यदि पंचायत सचिव को बर्खास्त नहीं किया गया और परिजन को न्याय नहीं मिला, तो संगठन सड़क पर उतरेगा।