मिली जानकारी के अनुसार खन्ना बिल्डिंग के पीछे स्थित यह पुरानी इमारत प्रीतम लाल खुराना की है, जो अब अपने नए मकान में रहते हैं। मिट्टी और सुर्खी से बनी यह बिल्डिंग वर्षों से बंद पड़ी थी और काफी जर्जर हो चुकी थी। स्थानीय लोगों के अनुसार लगातार हो रही बारिश के चलते दीवारें कमजोर हो गई थीं। रहवासियों ने इस खतरे की जानकारी पहले ही मकान मालिक को दी थी।
हादसे के वक्त पास में ही रहने वाले राजू खुराना और उनकी पत्नी बबीता खुराना गली से गुजर रहे थे। अचानक मलबा गिरा, लेकिन सौभाग्य से दोनों सुरक्षित बच गए। बबीता उस समय घर के बाहर थीं, जिससे जान बच गई।
बिल्डिंग का एक हिस्सा अभी भी सड़क की ओर खड़ा है, जो कभी भी गिर सकता है। उस मार्ग से रोजाना बड़ी संख्या में लोग गुजरते हैं। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे जर्जर भवनों की तत्काल जांच कराकर उन्हें गिराने की कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी बड़ी अनहोनी से बचा जा सके।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि इलाके में कई पुरानी, खस्ताहाल इमारतें खाली पड़ी हैं, जो जानमाल के लिए खतरा बन चुकी हैं। लोगों ने इन इमारतों को चिन्हित कर गिराने की मांग उठाई है।