यह है मामला कस्बे के विद्यालय में पिछले वर्ष अध्यनरत छात्रा भूमि चौरसिया ने कला वर्ग में 12वीं कक्षा में 97.80 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। ऐसे में 15 अगस्त को जिला स्तरीय आयोजन में ऐसे विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाना था, लेकिन छात्र भूमि को इस वंचित रखा गया। इसकी जगह कम अंक वाले विद्यार्थी जिसे 97.60 अंक मिले थे, उसका सम्मान कऱ दिया गया। परिजन का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इस तरह की की गई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसे लेकर उच्च स्तर पर भी शिकायत की जाएगी।
हालांकि भूमि चौरसिया का ब्लॉक स्तरीय आयोजन में सम्मान किया गया था। पिता रामेश्वर चौरसिया ने बताया कि जिस विद्यालय में छात्र ने पढ़ाई की थी, वहां से उसका नाम शिक्षा विभाग में भेजा गया था। लेकिन जिस कार्यकारिणी द्वारा सम्मानित होने वाले नाम का चयन किया है, गलती उनकी है। उधर, विद्यालय के निदेशक वीरेंद्र भार्गव ने बताया कि हमने ब्लॉक से सूचना मांगने पर तय अवधि में भेज दिया था। यहां तक कि ब्लॉक से जो लिस्ट बारां भेजी है, उसमें भी छात्रा का नाम था। फिर भी क्यों उसे सम्मानित नहीं किया इस बारे में अधिकारी ही बता सकते हैं।
हां यह बात सही है कि कम अंक वाले छात्र का सम्मान हो गया। कला वर्ग में जिला टॉपर रही छात्रा का सम्मान 26 जनवरी को कर दिया जाएगा। इस बारे में एडीएम से बात हुई थी। नाम देरी से मिलने के चलते ऐसा हुआ है।
सीताराम गोयल, जिला शिक्षा अधिकारी, बारां हमसे ऐसे विद्यार्थियों की सूचना मांगी थी, इसे हमने भेज दिया था इस छात्रा की सूचना हमें देरी से मिली होगी। इसलिए वंचित रह गई। इस बारे में ज्यादा जानकारी ऑफिस क्लर्क विजय के पास है। ब्लॉक स्तर पर सम्मानित किया गया है आगामी जिला स्तरीय आयोजन में सम्मानित करवा दिया जाएगा।
लालचंद नहलिया, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, अटरू