पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने बताया कि मृतक ड्राइवर रामदयाल गुर्जर निवासी रूण्डी 3 मई की दोपहर मांगरोल कृषि उपजमंडी गेट के सामने छोटूलाल गुर्जर की चाय की थड़ी पर बैठा हुआ था। यहां कुछ लोगों ने मारपीट कर उसे घायल कर दिया था। बाद में जिला अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई थी। इस पर रूण्डी (मांगरोल) निवासी मृतक के चचेरे भाई कमलेश गुर्जर ने रिपोर्ट दी थी। इसके बाद एएसपी राजेश चौधरी व उपाधीक्षक श्योजीलाल मीणा ने तथा 4 मई को पुलिस अधीक्षक ने मौका निरीक्षण किया था।
आरोपियों के नाम घायल अवस्था में बताए
रिपोर्ट में कहा गया कि घायल अवस्था में रामदयाल को निजी वाहन से बारां अस्पताल ले जाते समय उसने बताया था कि टगरिया की ढाणी निवासी रामनिवास गुर्जर, रामावतार गुर्जर निवासी मुण्डीया व सुरेश गुर्जर निवासी गुदरावनी ने उससे लोहे की पाइप से मारपीट की थी। तीनों चेहरों को साफी बांधकर ढका हुआ था। उनके साथ महावीर गुर्जर था। इस पर मुकदमा दर्ज किया तथा टीम गठित कर दिशा-निर्देश दिए। पुलिस टीम में मांगरोल थाना प्रभारी महेन्द्र कुमार मीणा, साईबर सेल प्रभारी एएसआई जगदीश चन्द्र शर्मा, एसपी कार्यलय के कांस्टेबल दीपेन्द्रसिंह मांगरोल थाने के हैड कांस्टेबल नजीर मोहमद, कांस्टेबल रामस्वरूप, राकेश कुमार, ज्ञानसिंह, रामचरण, चेतन कुमार, प्रीतमसिंह, महेन्द्र कुमार, रामस्वरूप, कुलदीप सिंह, सुनील कुमार व महेन्द्रसिंह शामिल थे। इस बात पर कर दी हत्या
आरोपी सुरेश गुर्जर व महावीर गुर्जर आपस में चाचा भतीजा है। इनके परिवार की ही एक लडक़ी की शादी पहले हीरपुर गांव में हुई थी। बाद में वह स्वैच्छा से मृतक रामदयाल गुर्जर के गांव रुण्डी के किसी लडक़े के साथ चली गई थी। जहां उसने कोर्ट मैरिज कर ली थी। इस संबंध में जब किशनगंज पुलिस ने उस लडक़ी को गुमशुदगी के मामले में दस्तयाब किया तो उस समय मृतक रामदयाल थाना किशनगंज पर गया था। तभी से सुरेश व महावीर गुर्जर को रामदयाल से यह रंजिश थी कि रामदयाल ने ही लडक़ी को उसके गांव के लडके के साथ भगाया है और थाना किशनगंज जाकर उनकी मदद की है। इसके अलावा यह भी रंजिश थी कि रामदयाल ही लडकी के पहले के ससुराल वालों को समाज के हिसाब से झगड़े (विवाह विच्छेद) के रुपए नहीं देने दे रहा है।
इन बातों का आरोपी महावीर गुर्जर का मौसेरा भाई रामनिवास, जंवाई रामावतार व आरोपी सुरेश गुर्जर के साडू सुरेन्द्र गुर्जर को भी पता था। यह रामदयाल को सबक सिखाने का मौका देख रहे थे। पहले भी यह सभी रामदयाल के घर पर जाकर उसे जान से मारने की धमकी देकर आए थे। 3 मई को सुरेश, रामनिवास व सुरेन्द्र गुर्जर तीनों महावीर व रामावतार के कहने पर मौका देखकर मोटरसाइकिल से मण्डी के बाहर चाय की थड़ी पर पहुंचे और वहां बैठे रामदयाल गुर्जर पर लोहे के पाइप, सरिया से हमला कर घायल किया तथा मरा हुआ मानकर भाग गए थे।
इनको किया गिरफ्तार
थाना प्रभारी महेन्द्र मीणा के नेतृत्व में थाने की 15 सदस्यीय टीम ने मुखबिर की सूचना, सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तथा विभिन्न संभावित ठिकानों पर दबिश देकर आरोपी सुरेश गोचर (24) निवासी गुदरावनी, रामनिवास गुर्जर (34) निवासी टगरिया की ढाणी, सुरेन्द्र गोचर (29) निवासी बांक्या थाना सुल्तानपुर (कोटा ग्रामीण), महावीर गुर्जर (35) निवासी गुदरावनी व रामावतार गुर्जर (30) निवासी पुराना मुंडिया (मांगरोल) तलाश पतारसी कर बाद अनुसंधान गिरफ्तार किया गया।