चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. शरण प्रकाश पाटिल ने हाल ही में बेंगलूरु में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा के साथ बैठक के दौरान इस उन्नत उपचार सुविधा की स्थापना के लिए केंद्र से 500 करोड़ रुपए के अनुदान का अनुरोध किया है।
केएमआइओ हर वर्ष कैंसर के करीब 21 हजार नए मामले दर्ज करता है। पारंपरिक रेडियो थेरेपी Radio Therapy के विपरीत के विपरित प्रोटॉन थेरेपी Proton Therapy ट्यूमर के पास महत्वपूर्ण अंगों की सुरक्षा करते हुए बेहतर ट्यूमर नियंत्रण प्रदान करता है। विशेष रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में दीर्घकालिक दुष्प्रभावों को कम करने में मदद मिलेगी।
अनुमान है कि 2025 तक भारत में 1.2 लाख से ज्यादा मरीजों को प्रोटॉन थेरेपी की जरूरत पड़ सकती है। केएमआईओ में यह सुविधा न केवल कम विषाक्तता के साथ अत्याधुनिक कैंसर देखभाल प्रदान करेगी बल्कि निम्हांस और इंदिरा गांधी बाल स्वास्थ्य संस्थान से रेफर किए गए मरीजों का भी उपचार हो सकेगा।