दो दिन बाद हुआ खुलासा
पुलिस के अनुसार, यह घटना 6 जून 2025 की देर रात को हुई, लेकिन इसका खुलासा 8 जून को हुआ। सुब्रमण्यपुरा पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और 9 जून को आरोपी यशस को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में यशस ने बताया कि उसकी मुलाकात हरिणी से एक मेले में हुई थी, जहां दोनों ने नंबरों का आदान-प्रदान किया था। इसके बाद उनकी दोस्ती गहरी हुई और रिश्ता शारीरिक संबंधों तक पहुंच गया।
झगड़े की वजह
जांच में सामने आया कि हरिणी, जो दो बच्चों की मां थी, अपने पति दासेगौड़ा के साथ तनावपूर्ण रिश्ते में थी। पति को हरिणी के यशस के साथ अवैध संबंधों का पता चल गया था, जिसके बाद उसने हरिणी का फोन छीन लिया और उसे घर से बाहर निकलने से रोक दिया। कई महीनों तक यशस और हरिणी का संपर्क टूट गया, जिससे यशस गहरे अवसाद में चला गया। उसने हरिणी को खोजकर मारने की योजना बनाई और इसके लिए एक चाकू भी खरीदा।
गुस्से में चाकू से वार
6 जून को हरिणी ने यशस से संपर्क किया और दोनों ओयो होटल में मिले। वहां हरिणी ने रिश्ता खत्म करने की बात कही, जिससे यशस आगबबूला हो गया। गुस्से में उसने हरिणी पर चाकू से ताबड़तोड़ 17 बार हमला किया, जिससे उसकी मौत हो गई।
पुलिस की कार्रवाई
सुब्रमण्यपुरा पुलिस ने यशस को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। डीसीपी (साउथ) लोकेश बी. ने बताया कि यशस ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल चाकू बरामद कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
हिंसा को लेकर तनाव
यह घटना बेंगलुरु में हाल के दिनों में हुई कई हिंसक वारदातों में से एक है। इससे पहले भी शहर में प्रेम प्रसंग और घरेलू विवादों से जुड़े कई हत्याकांड सामने आ चुके हैं, जो सामाजिक तनाव और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों की ओर इशारा करते हैं। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अपने विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाएं और किसी भी तरह की हिंसा से बचें। इस घटना ने एक बार फिर रिश्तों में संवाद और विश्वास की कमी के खतरनाक परिणामों को उजागर किया है।