अक्षय तृतीया के चलते बाजारों में 15 दिन पहले से ही तैयारियां शुरू हो गई हैं। गाड़ियों के
शोरूम में एडवांस बुकिंग, शामियाने, पंडित, हलवाई, बैंड-बाजा सब कुछ पहले से बुक हो चुका है। वैवाहिक सामग्रियों की दुकानों में रौनक है। कपड़े, बर्तन, गहने, श्रृंगार सामग्री की लगभग सभी दुकानें ग्राहकों से गुलजार नजर आ रहीं हैं।
CG News: 3.4 करोड़ रुपए से अधिक के कारोबार की उम्मीद
बलौदाबाजार समेत आसपास के इलाकों में बीते कुछ दिनों से भारी त्योहारी चहल-पहल देखी जा रही है। सुबह 11 बजे से शाम ढलने तक बाजारों में भीड़ उमड़ रही है। व्यापारियों के मुताबिक, अक्षय तृतीया पर अकेले बलौदाबाजार में 3.4 करोड़ रुपए से अधिक के कारोबार की उम्मीद है। सराफा व्यापारी अनिल सोनी कहते हैं कि सोने-चांदी की कीमतें भले बढ़ी हैं, लेकिन खरीदारी में कमी नहीं आई है। प्रवीण शुक्ला कहते हैं कि अब लोग भारी वजन वाले गहनों की जगह लाइटवेट ज्वेलरी खरीदना पसंद कर रहे हैं। लोगों की डिमांड के अनुसार पहले से डिजाइन ज्वेलरी तैयार रखे हैं। शादियों के इस सीजन में थीम वेडिंग और डेस्टिनेशन वेडिंग का चलन भी बढ़ा है। लोग पारंपरिक रस्मों के साथ नए ट्रेंड्स को शामिल कर रहे हैं। सात फेरों को यादगार बनाने के लिए खास लोकेशन्स और क्रिएटिव सेटअप चुन रहे हैं।
शुभ काम के लिए पंचांग देखने की जरूरत नहीं
अक्षय तृतीया बैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है। हिंदू धर्म में इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा, घर की सफाई जरूरी मानी गई है। सोना खरीदना शुभ माना गया है। इस दिन अक्षय मुहूर्त होता है। यानी शुभ काम के लिए पंचांग देखने की भी जरूरत नहीं होती। माना जाता है कि इस दिन जो भी काम किया जाता है, उसका फल अक्षय होता है। मतलब कभी समाप्त नहीं होता। पंडितों के मुताबिक, अप्रैल का तीसरा हफ्ता ही संयोगों से भरा है। अक्षय तृतीया से पहले 25 अप्रैल राजयोग, 27 को सर्वार्थ सिद्धि योग, 29 को फिर से सर्वार्थ सिद्धि योग और 30 अप्रैल अक्षय तृतीया के साथ सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग का भी शुभ संयोग है। इन सभी तारीखों पर नए व्यापार की शुरुआत, गृह प्रवेश, गाड़ियों और आभूषणों की खरीदारी शुभ रहेगी।
श्रेष्ठ मुहूर्त और तिथियां ये रही…
29 और 30 अप्रैल: विवाह मुहूर्त 24 से 30 अप्रैल: गृह प्रवेश, प्रॉपर्टी की खरीदारी 24 अप्रैल: मुंडन संस्कार 24, 30 अप्रैल: वाहन क्रय मुहूर्त गरियाबंद जिले में
अक्षय तृतीया पर बाल विवाह रोकने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने इसके लिए अगल से टीम तैयार की है। जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक पांडेय, महिला एवं बाल विकास अधिकारी दीपा शाह और जिला बाल संरक्षण अधिकारी अनिल द्विवेदी के मार्गदर्शन में जिले की पांचों विकासखंडों के लिए विशेष निगरानी टीम बनाई गई है।
चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 से ले सकते हैं मदद
CG News: अफसरों ने चेताया कि बाल विवाह कानूनन अपराध है। इसे रोकने पंचायत सचिवों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वे विवाह पंजी तैयार करें। गांवों में कोटवारों से मुनादी के जरिए लोगों को समझाएं कि बाल विवाह अपराध है। गौरतलब है कि बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के तहत वधु की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष और वर की 21 वर्ष होनी चाहिए। नियम तोड़ने वालों को दो साल सजा और एक लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान है। इसके अलावा किशोर न्याय अधिनियम 2015, पॉक्सो एक्ट 2012 जैसे कानून भी हैं। किसी को भी अपने आसपास बाल विवाह के बारे में पता चलता है, तो वह तुरंत 1098 पर कॉल कर सूचना दें। चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 की मदद भी ली जा सकती है।