2008 में बनाए गए सेटअप से सरकार ने की छेड़छाड़
सर्व शिक्षक साझा मंच के जिला संचालक जितेंद्र शर्मा ने बताया कि कलेक्टर सबकी बातों को सुनते हैं तो हमारी बातों को भी उन्हें सुनना चाहिए। हमें मिलने का मौका तक नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विसंगति पूर्ण युक्तियुक्तकरण का हम यहां विरोध कर रहे हैं और 2008 में बनाए गए सेटअप से सरकार और प्रशासन छेड़छाड़ कर रही है। यहां पर सीधे-सीधे निजी क्षेत्र को लाभ पहुंचाने का काम सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि जहां गरीब बच्चे पढ़ते हैं, वहां शिक्षकों से शिक्षा का और बच्चों से भी शिक्षा का अधिकार छिनने का प्रयास किया जा रहा है, जिसका वे विरोध कर रहे हैं।
500 सीटर ऑडिटोरियम बनाने सीएम ने की घोषणा, मगर नहीं मिल रही जमीन
60 दर्ज संख्या के पीछे एक प्रधान पाठक और दो शिक्षक किए थे नियुक्त
उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों को बंद किया जा रहा है। 2008 के सेटअप के अनुसार प्राथमिक शाला में 60 दर्ज संख्या के पीछे एक प्रधान पाठक और दो शिक्षक नियुक्त किए गए थे लेकिन अब उन्हें एक प्रधान पाठक और एक शिक्षक के भरोसे रखा जाएगा। प्रधान पाठक को अन्य कई सारे काम रहते हैं। उन्हें जनगणना से लेकर मतदान और अन्य जिम्मेदारियां दी जाती हैं और यदि वहां कोई अन्य महिला शिक्षक को प्रसव छुट्टी सहित अन्य कई सारे अवकाश लेने पड़ते हैं। आखिर ऐसी व्यवस्था के साथ बच्चों को कैसे बेहतर शिक्षा मिल पाएगी।
जानिए… आखिर आंदोलन क्यों
बता दें कि शिक्षक साझा मंच द्वारा चार सूत्रीय मांग विसंगति पूर्ण युक्तियुक्तकरण को निरस्त कर सेटअप 2008 का पालन करने, सोना साहू के प्रकरण के आधार पर क्रमोन्नति का जनरल ऑर्डर करने, प्रथम नियुक्ति तिथि से पूर्व की सेवागणना कर पुरानी पेंशन देने व पदोन्नति में बीएड व डीएड दोनों को मान्य करने की मांग को लेकर लगातार आंदोलन किया जा रहा है।
राजधानी में भी मंत्रालय घेराव कर किया था आंदोलन
जिला संचालक दिलीप साहू ने कहा कि विगत 28 मई को राजधानी के तूता धरना स्थल पर प्रदर्शन कर मंत्रालय घेराव के लिए आंदोलन किया गया था। फिर भी सरकार एवं विभाग द्वारा अब तक सकारात्मक निर्णय नहीं लेने के कारण जिला स्तरीय विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं अतिशेष शिक्षकों की जारी सूची में भारी विसंगति, दावा आपत्ति नहीं लिए जाने व रिक्त पदों को पहले से नहीं दिखाने पर भी शिक्षकों ने नाराजगी व्यक्त की। प्रदर्शन के दौरान शिक्षक साझा मंच के पदाधिकारियों को जिले के अधिकारी द्वारा चर्चा के लिए बुलाया गया, जिसमें अपर कलेक्टर से प्रतिनिधिमंडल की चर्चा में पदाधिकारियों ने पारदर्शिता के अभाव में काउंसलिंग निरस्त करने की मांग की।
काउंसलिंग होगी आज
युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत 3 जून को चिन्हांकित प्राथमिक शालाओं के अतिशेष सहायक शिक्षक एवं प्रधान पाठकों की काउंसलिंग होगी। प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी डीपी कोसरे ने बताया कि प्रधान पाठक प्राथमिक शाला/सहायक शिक्षक ई संवर्ग की काउंसलिंग सुबह 10 से दोपहर 1.30 बजे तक तथा प्रधान पाठक प्राथमिक शाला/टी संवर्ग की काउंसलिंग दोपहर 2 बजे से की जाएगी। उन्होंने समस्त शिक्षकों को काउंसलिंग स्थल में पहचान पत्र के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं।