क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, घोसवती गांव में 30 अप्रैल 2025 (गुरुवार) को रामाश्रय यादव के यहां बरात आई थी। बारातियों में कुछ युवकों ने अजय तिवारी के घर के पास पेशाब किया। अजय तिवारी ने उन्हें रोका तो बहस करने लगे। बात इतनी आगे बढ़ गई कि मारपीट हो गया। अजय तिवारी ने मामले की शिकायत सुखपुरा थाने में की। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ करके छोड़ दिया।
बदमाशों ने अजय तिवारी को किया अगवा
03 मई 2025 यानि शनिवार की देर रात फिर वही बदमाश दर्जनों की संख्या में अजय तिवारी के घर पर हमला कर दिए। उन्होंने तांडव करते हुए घर के परिवार के साथ मरपीट करना शुरू कर दिया। अजय तिवारी की पत्नी को मारा और उनके बेटे मृत्यंजय को भी पीटा। असलहे के बल पर अजय तिवारी को अगवा कर ले गए।
पीड़ित ने क्या कहा ?
मृत्यंजय ने बताया कि पहले ही दिन जब मारपीट हुई थी उसी दिन मेडिकल कराने जाते वक्त बदमाशों के हॉस्पिटल में धमकी दिया था कि अभी तो ये कुछ भी नहीं है। सुलह नहीं करोगे तो छोड़ेंगे नहीं। मृत्युंजय ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्होंने आरोपियों को पूछताछ करके छोड़ दिया जिसके बाद दोबारा ये घटना हुई। पुलिस ने क्या कहा ?
पुलिस ने कहा कि मामले में पांच आरोपियों की गिरफ़्तारी हो गई है। अन्य की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस टीम बनाकर दबिश दी जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।