राजस्थान के टोंक जिले की रहने वाली मधु लाक्षाकार अपने पति के साथ पुरी-लालगढ़ एक्सप्रेस के कोच एस-4 में जगन्नाथपुरी से सवाई माधौपुर जा रही थी। महिला अशोकनगर स्टेशन पर पति के साथ पानी पीने उतरी और लौटी तो ट्रेन चलने लगी थी। इसी दौरान चलती ट्रेन में चढ़ने के प्रयास में संतुलन बिगड़ा और वो प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच वाले गेप में गिर गई। जो प्लेटफॉर्म और ट्रेन के बीच फंस गई। इससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। जीआरपी आरक्षक अभिषेक चौहान ने तुरंत चैन पुलिंग करवाकर ट्रेन रुकवाई। ट्रेन रुकी तो आरपीएफ व जीआरपी उसे बाहर निकालने के प्रयास में जुट गई।
30 मिनट की मशक्कत के बाद हुआ महिला का रेस्क्यू
ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच फंसी महिला यात्री को निकालने जब कोई प्रयास काम नहीं आए, क्योंकि जगह कम थी। इससे हेमर मशीन की मदद से प्लेटफॉर्म के कुछ हिस्से को तोड़ा गया और करीब 20 मिनट की मशक्कत के बाद महिला को बाहर निकाला जा सका। मधु लाक्षाकार के पैर और पीठ में गंभीर चोट आई हैं जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल, उसका इलाज चल रहा है और डॉक्टरों ने उसे खतरे से बाहर बताया है। स्थानीय लोगों और यात्रियों ने आरपीएफ और जीआरपी की तत्परता की सराहना की है। अगर थोड़ी सी भी देरी हो जाती तो महिला की जान भी जा सकती सकती थी।
बाजार से हेमर मशीनें लाया GRP जवान
जीआरपी आरक्षक अभिषेक चौहान ने बताया कि, महिला बिल्कुल ट्रेन पहिए के पास आ चुकी थी, जहां फंस जाने से निकालने की जगह कम थी। पहले तो स्टेशन पर मौजूद हतौड़े से प्लेटफॉर्म तोड़ने की कोशिश की गई, लेकिन महिला बेहोश होने लगी थी। इससे तुरंत बाजार जाकर पांच मिनट में ही दो हेमर मशीन लेकर आए और प्लेटफॉर्म काटकर महिला को बाहर निकाला गया। इससे 30 मिनट से ज्यादा समय तक ट्रेन प्लेटफॉर्म पर ही रुकी रही।