बंद कोयला खदानों में भी बढ़ेगा मत्स्य पालन
मत्स्य विभाग तालाब सहित जलाशय में मत्स्य उत्पादन के साथ ही बंद कोयला खदानों में भी संग्रहित वर्षा जल में मत्स्य उत्पादन की योजना तैयार कर रहा है। पूर्व से जिले में डोला और दैखल में बंद कोयला खदान में योजना मत्स्य उत्पादन का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही विभाग ने एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र, हसदेव क्षेत्र के अधिकारियों से पत्राचार कर बंद कोयला खदानों की जानकारी मांगी है जहां मत्स्य उत्पादन का कार्य किया जाएगा।
जिलेभर में इतने तालाब किए गए चिन्हित
वर्तमान समय में अनूपपुर जिले में मत्स्य उत्पादन के लिए 90 अमृत सरोवर है जो की 98 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले हुए हैं। इसके साथ ही जल संसाधन विभाग के 41 जलाशय एवं 2415 ग्रामीण तालाब में मत्स्य पालन की तैयारी निरीक्षण करते हुए पूर्ण कर ली गई है और अब समिति एवं हितग्राही का चयन करते हुए इसकी जिम्मेदारी उन्हें दी जा रही है। मत्स्य उत्पादन की तैयारी जारी है, हितग्राही और मत्स्य उत्पादन समितियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। जो भी लक्ष्य दिया गया है उन्हें पूरा किया जाएगा। संतोष शुक्ला, मत्स्य अधिकारी