जिले में यह है मृदा परीक्षण की स्थिति
जिले में मृदा परीक्षण के लिए खरीफ फसल सीजन के लिए 11648 किसानों का लक्ष्य रखा गया था जिसमें से अभी तक 2418 किसानों के खेतों के मिट्टी के नमूनों की ही जांच हो पाई है। शेष 9230 किसानों के खेतों के नमूने की जांच अभी तक नहीं हुई। जुलाई महीने तक इसे पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, लेकिन अभी तक आधा कार्य भी नहीं हो पाया है।
12 पोषक तत्वों की होती है जांच
प्रयोगशाला प्रभारी महेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि मृदा में पाए जाने वाले 12 पोषक तत्वों की जांच की जाती है जिनमें पीएच, विद्युत चालक तत्व, जैविक कार्बन, नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, सरफर, जिंक, बोरान, आयरन, मैंगनीज, कॉपर तत्व शामिल हैं। मृदा परीक्षण के बाद कृषकों को सॉइल हेल्थ कार्ड प्रदान किया जाता है जिसमें किसानों की भूमि में जिन पोषक तत्वों की कमी होती है उनकी जानकारी दर्ज कर उपचार की जानकारी दी जाती है। वर्तमान समय में विकसित कृषि संकल्प अभियान संचालित किया जा रहा है। जिसमें व्यस्तता के कारण मृदा परीक्षण के कार्य में थोड़ी कमी हुई है। जल्द ही लक्ष्य पूरा कर लेंगे। नर्मदा तट से लगी हुई भूमि जिले में कृषि कार्य के लिए सबसे उपयुक्त है।
महेंद्र सिंह राजपूत, प्रयोगशाला प्रभारी, मृदा परीक्षण केंद्र अनूपपुर