कई किलोमीटर तक गूंजी आवाज
विस्फोट की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी, जिससे आसपास के गांवों में अफरा-तफरी फैल गई। ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य में जुट गए। पुलिस और दमकल विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर मलबे में दबे मजदूरों को काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। कई घायलों की हालत नाजुक बताई जा रही है, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर पहुंचे आला आधिकारी
मौके पर जिलाधिकारी निधि गुप्ता वत्स और पुलिस अधीक्षक ने पहुंचकर हालात का जायजा लिया। डीएम ने बताया कि फैक्टरी हापुड़ निवासी एक व्यक्ति की बताई जा रही है और इस हादसे की जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति गठित की गई है। समिति को फैक्टरी के लाइसेंस और दस्तावेजों की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।
आए दिन हो रहे हैं ऐसे हादसे
इससे पहले भी अवैध पटाखा निर्माण से जुड़ी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। मई में रहरा के भावली गांव में अवैध रूप से संचालित एक पटाखा फैक्टरी में विस्फोट हुआ था, जिसमें एक बच्चा झुलस गया था। उस वक्त भी प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगे थे। ताजा हादसे ने प्रशासन की निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर पहले की घटनाओं को गंभीरता से लिया जाता, तो इस भीषण हादसे को टाला जा सकता था। फिलहाल, जांच जारी है और दोषियों पर कार्रवाई की बात कही जा रही है।