पहली घटना: बुधवार सुबह 4 बजे। लुण्ड्रा वन परिक्षेत्र के ग्राम बकिला निवासी सनमेत बाई व उसका पति नेहरू सुबह 4 बजे घर में थे। तभी अचानक दो हाथी घर के समीप पहुंच गए। इस दौरान एक हाथी ने सनमेत को कुचल दिया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पति ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई।
दूसरी घटना: लुण्ड्रा वन परिक्षेत्र के ही ग्राम पंचायत चिरगा का बेवरा निवासी राम कोरवा (60) खेत से रोपा लगाकर अपनी बेटी प्यारी (35) के साथ घर लौट रहा था। तभी रास्ते में दोनों का सामना दो
हाथियों से हो गया। हाथियों ने सूंड से उठाकर पटकने के बाद कुचल दिया, इससे उनकी मौके पर मौत हो गई।
तीसरी घटना: सीतापुर वन परिक्षेत्र। ग्राम देवगढ़ निवासी मोहर साय (55) गुरुवार की सुबह 6 बजे फसल देखने खेत गया था। तभी हाथियों ने हमला कर दिया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
मौत के बाद किया अलर्ट
लुंड्रा क्षेत्र में उत्पात मचा रहे हाथी की निगरानी में लापरवाही के बाद यह घटना हुई। वहीं, चिरगा पहुंचने पर विभाग ने ग्रामीणों को अलर्ट नहीं किया था। वनविभाग के कर्मियों ने 4 की मौत के बाद आसपास के आधा दर्जन गांवों के लोगों को अलर्ट किया है।