लोक देवता बाबा भर्तृहरि धाम के पदम नाथ ने भी ट्यूबवेल लगाने का विरोध किया। धरने में हजारों किसान शामिल हुए, जबकि उपखंड अधिकारी ने वार्ता में सहमति न बनने की जानकारी दी।
मालाखेड़ा उपखंड की एकमात्र जीवित झील को बचाने के लिए धरने के पांचवें दिन बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं। साधु संत भी झील और जयसमंद बांध को बचाने के लिए आगे आए हैं।
अलवर•Jun 03, 2025 / 12:11 pm•
Rajendra Banjara
बैठक में मौजूद प्रशासन व ग्रामीण (फोटो- पत्रिका)
Hindi News / Alwar / प्रशासन से वार्ता विफल… महिलाओं ने संभाला मोर्चा, कहा किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे ट्यूबवेल