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अहमदाबाद

हमने बेटा गंवाया, आंसू थमने का नाम नहीं लेते, किसी ओर के बेटे की जान न जाए

अहमदाबाद विमान हादसे के एक महीने बाद बोले परिजन : कड़ी जांच हो बुरहान पठाण आणंद. अहमदाबाद विमान हादसे को एक महीना हो गया। आणंद जिले के खंभोलज गांव में व्रजवाटिका सोसाइटी निवासी आकाश नीलेश पुरोहित (24) भी मृतकों में शामिल थे। आकाश के परिजनों का कहना है कि हमने बेटा गंवाया, आंसू थमने का […]

अहमदाबादJul 12, 2025 / 09:47 pm

Rajesh Bhatnagar

अहमदाबाद विमान हादसे के एक महीने बाद बोले परिजन : कड़ी जांच हो

बुरहान पठाण

आणंद. अहमदाबाद विमान हादसे को एक महीना हो गया। आणंद जिले के खंभोलज गांव में व्रजवाटिका सोसाइटी निवासी आकाश नीलेश पुरोहित (24) भी मृतकों में शामिल थे। आकाश के परिजनों का कहना है कि हमने बेटा गंवाया, आंसू थमने का नाम नहीं लेते। किसी ओर के बेटे की जान न जाए, इसलिए हादसे की कड़ी जांच होनी चाहिए।
अहमदाबाद के पास विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से आकाश की मौत हो गई। इस घटना के बाद आकाश के परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। आकाश की मौत की खबर सुनकर लंदन में रहने वाली पत्नी भारत लौट आईं। आकाश के पिता नीलेश का कहना है कि हम आकाश को अहमदाबाद एयरपोर्ट पर छोड़ने गए थे। वापस घर लौटे तो हमें पता चला कि उसका विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसलिए हम उसी रात अहमदाबाद सिविल अस्पताल पहुंचे।
यह एक बहुत ही गंभीर दुर्घटना थी और हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि भविष्य में ऐसी दुर्घटना दोबारा न हो। हम यह भी मांग करते हैं कि सरकार भी सब कुछ ठीक से संभाले। हमने अपना इकलौता बेटा इस हादसे में गंवा दिया। दोबारा ऐसी दुर्घटना ना हो और किसी को अपना बेटा-बेटी या भाई बहन न गंवाना पड़े, इसलिए इस हादसे की कड़ी जांच होनी चाहिए।

तीन बार मुड़कर देखता था, हादसे के दिन नहीं देखा

नीलेश ने कहा कि आकाश उनसे पहले भी मिलने आया था। लंदन जाने के लिए एयरपोर्ट के अंदर जाते वक्त वह तीन बार मुड़कर हमारे सामने देखता था और फिर एयरपोर्ट के अंदर जाता था।हादसे के दिन वह जब एयरपोर्ट के अंदर जा रहा था तब उसने एक भी बार मुड़कर कर नहीं देखा।तब मुझे अजीब लगा था, मैनें सोचा कि वह जल्दी में था इसलिए शायद उसने मुड़कर नहीं देखा।

टाइगर की तरह जीया

आकाश अपने पिता को अक्सर कहता था कि पापा आप मुझे एक दिन गुगल में सर्च करेंगे। हमें क्या पता था कि हमें आकाश को इस तरह सर्च करना पड़ेगा। आंखों से आंसू बहाते हुए नीलेश का कहना है कि मेरा बेटा टाइगर था, वह टाइगर की तरह जीया। अपने मां-बाप से प्यार करता था, आदर करता था।

बहन की शादी शानो-शौकत से करना चाहता था

नीलेश ने कहा कि 30 नवम्बर को उनकी बेटी की शादी तय की है। आकाश यह कहकर गया था कि वो अपनी बहन की शादी के लिए आएगा और बहन की शादी का सब खर्च भी वही उठाएगा। वह अपनी बहन की शादी शानो-शौकत से करना चाहता था। उसकी मां और बहन के आंखों से आंसू थम नहीं रहे। एक महीना गुजरने के बाद भी परिजन सदमे में हैं।

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