तीन बार मुड़कर देखता था, हादसे के दिन नहीं देखा
नीलेश ने कहा कि आकाश उनसे पहले भी मिलने आया था। लंदन जाने के लिए एयरपोर्ट के अंदर जाते वक्त वह तीन बार मुड़कर हमारे सामने देखता था और फिर एयरपोर्ट के अंदर जाता था।हादसे के दिन वह जब एयरपोर्ट के अंदर जा रहा था तब उसने एक भी बार मुड़कर कर नहीं देखा।तब मुझे अजीब लगा था, मैनें सोचा कि वह जल्दी में था इसलिए शायद उसने मुड़कर नहीं देखा।
टाइगर की तरह जीया
आकाश अपने पिता को अक्सर कहता था कि पापा आप मुझे एक दिन गुगल में सर्च करेंगे। हमें क्या पता था कि हमें आकाश को इस तरह सर्च करना पड़ेगा। आंखों से आंसू बहाते हुए नीलेश का कहना है कि मेरा बेटा टाइगर था, वह टाइगर की तरह जीया। अपने मां-बाप से प्यार करता था, आदर करता था।
बहन की शादी शानो-शौकत से करना चाहता था
नीलेश ने कहा कि 30 नवम्बर को उनकी बेटी की शादी तय की है। आकाश यह कहकर गया था कि वो अपनी बहन की शादी के लिए आएगा और बहन की शादी का सब खर्च भी वही उठाएगा। वह अपनी बहन की शादी शानो-शौकत से करना चाहता था। उसकी मां और बहन के आंखों से आंसू थम नहीं रहे। एक महीना गुजरने के बाद भी परिजन सदमे में हैं।