करदाताओं और विभाग के बीच विश्वास जरूरी
राज्यपाल ने करदाताओं और विभाग के बीच आपसी विश्वास की भावना को आवश्यक बताते हुए कहा कि आयकर प्रक्रिया में भय या शत्रुता का वातावरण नहीं, बल्कि संवाद, सहानुभूति और पारदर्शिता होनी चाहिए। वसूली केवल राजस्व संग्रह नहीं, बल्कि सामाजिक समानता का माध्यम है। इस अवसर पर उत्कृष्ट सेवा करने वाले अधिकारियों को सम्मानित किया गया। समारोह में प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त सतीश शर्मा ने कहा कि वर्ष 1990 में टैक्स संग्रह 10,000 करोड़ रुपए था, जो अब 22 लाख करोड़ को पार कर गया है। इस वर्ष 25 लाख करोड़ का लक्ष्य है। इस मौके पर मुख्य आयकर आयुक्त अपर्णा अग्रवाल, मुख्य आयकर आयुक्त (अहमदाबाद-1) राजेश कुमार गुप्ता, आयकर महानिदेशक (जांच) सुनील कुमार सिंह सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।