मेसरी नदी का चेकडैम ओवरफ्लो
गोधरा शहर में बहने वाली मेसरी नदी में इस मौसम में पहली बार पानह बहने लगा। नदी पर बना चेकडैम ओवरफ्लो हो गया, जिससे आसपास के क्षेत्रों में जलजमाव हो भर गया। गोधरा शहर के रेलवे स्टेशन के पीछे, रोशन पार्क, टावर रोड सहित कई निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति हो गई। कई घरों में पानी घुस गया, जिससे लोगों को खासा नुकसान और परेशानी का सामना करना पड़ा। शहेरा में भी भारी बारिश के चलते कई मोहल्लों और बाजारों में पानी भर गया। दुकानदारों को अपना सामान सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ा। स्कूलों से छात्रों को बारिश में भीगते हुए घर लौटना पड़ा और कई जगह स्कूलों में समय से पहले छुट्टी दे दी गई।
किसानों के चेहरों पर खुशी
पंचमहाल जिले में बारिश से एक तरफ जहां जनजीवन बाधित हुआ, वहीं किसानों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गई। लंबे समय से बारिश का इंतजार कर रहे किसानों को इस बारिश से काफी राहत मिली। खेतों में नमी बढ़ने से खरीफ फसलों की बुवाई का मार्ग प्रशस्त हुआ है। प्रशासनिक टीमों ने पानी से प्रभावित इलाकों का दौरा कर जल निकासी की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। नगरपालिका और ग्राम पंचायत स्तर पर नालों की सफाई और पानी की निकासी के प्रयास शुरू किए गए।
हडफ जलाशय का गेट खोला
पंचमहाल जिले की मोरवा हडफ तहसील में लगातार हो रही बारिश के कारण लोगों की जीवनरेखा समान हडफ जलाशय के जलस्तर में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई। बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुए मंगलवार दोपहर में प्रशासन ने इस जलाशय का एक गेट 1.2 मीटर तक खोल दिया। पानम प्रोजेक्ट सर्कल के अधीक्षण अभियंता ने चेतावनी संदेश जारी किया गया है, जिसमें नदी किनारे बसे लोगों से विशेष सतर्कता बरतने और किसी भी प्रकार की आवाजाही से बचने की अपील की गई है।
छह गांवों के लोगों को स्थानांतरित करने के निर्देश
पंचमहाल जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार प्रशासन ने खानपुर, कडादरा, मोरवा हडफ, डांगरिया, मातरिया और वेजमाना गांव के लोगों को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के लिए निर्देश दिए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि हडफ जलाशय की कुल भराव क्षमता 166.2 मीटर है, जबकि मंगलवार को इसका जलस्तर 163.85 मीटर दर्ज किया गया। जलाशय में 11.59 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है, 200 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
दधालिया में बहे वाहन
अरवल्ली जिले की मोडासा तहसील के दधालिया गांव में मंगलवार सुबह से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मुख्य सड़क पर पानी में दो कारें और दो बाइक बह गई। युवकों ने मशक्कत से इन वाहनों को बाहर निकालने का प्रयास किया। बारिश के कारण सड़क पर कमर तक पानी भर गया।
अरवल्ली: जिले के जलाशयों में पानी की आवक
अरवल्ली जिले में बारिश के चलते जिले के जलाशयों में पानी की आवक हो रही है। मंगलवार को माजुम डैम से पानी छोड़ा गया। मोडासा तहसील के वोल्वा, हफसाबाद, बाजकोट, गणेशपुरा, पहाड़पुर, सायरा, मोडासा काशी विश्वनाथ मंदिर, सबलपुर, खडोदा, गारुडी, सितपुर, मोडासा, धुनावाड़ा में अलर्ट जारी किया गया है। धनसुरा तहसील के वडागाम, खिलोडिया, महादेवपुरा, अल्वा, उमेदपुरा, नवी शिणोल, बीबीपुरा, कणजोरिया, दोलपुर, जामठा, रामपुर, राजपुर और बायड तहसील के आंखोल, चांद्रेेज, आमबलियारा, वासणी, जोबराजी नी मुवाडी, माथासुलिया, लिंब, उंटरडा, अमरभारती स्कूल, मोटा पावठी, पालडी सहित कुल 38 गांवों में अलर्ट जारी किया गया है।
भारी बरसात से दाहोद में जल जमाव
दाहोद शहर व जिले में भारी बारिश से असहनीय गर्मी से लोगों को राहत मिली। सड़कों पर पानी भर गया, जिससे यातायात में समस्या हुई। दाहोद और लींबडी के बीच नवनिर्मित हाइवे पर एक खंभा टूट गया, जिससे लोगों को आवागमन में कठिनाई हो रही है। दाहोद शहर, तहसील, फतेपुरा, झालोद तहसील में भी बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश दाहोद शहर में हुई और घरों में पानी भर के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
वडोदरा शहर में बारिश
वडोदरा शहर में भी मंगलवार को बारिश हुई। इस दौरान लोगों को छाता लेकर जाते देखा गया। वहीं विश्वामित्री नदी का जलस्तर बढ़ गया। मनपा आयुक्त अरुण महेश बाबू कालाघोडा इलाके में नदी के जलस्तर का निरीक्षण करने पहुंचे। जानकारी के अनुसार, ऊपरी क्षेत्रों में बारिश से विश्वामित्री नदी का जलस्तर 10 फीट तक पहुंच गया। मनपा आयुक्त ने विश्वामित्री प्रोजेक्ट पर किए गए कार्यों की समीक्षा भी की।
बोरसद में निचले इलाकों में जलजमाव
आणंद. जिले के बोरसद शहर में भारी बारिश से शहर के विभिन्न निचले इलाकों में जलजमाव हो गया। तीन सड़क मार्ग बंद होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बोरसद शहर में कॉलेज रोड, पांच नाला रोड, रबारी कॉलोनी रोड पर एक से डेढ़ फीट पानी भर गया, जिससे आवागमन के लिए रास्ता बंद हो गया। पांच नाला रोड पर रबारी कॉलोनी में करीब एक फीट पानी बहने से स्थानीय लोग काफी परेशान रहे। तहसील सेवा सदन के प्रवेश द्वार पर भी बारिश का पानी भर गया।