बैठक में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, मुख्य सचिव पंकज जोशी, मुख्यमंत्री एवं गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एम. के. दास, पुलिस महानिदेशक विकास सहाय, अहमदाबाद शहर पुलिस आयुक्त जी. एस. मलिक, अहमदाबाद मनपा आयुक्त बंछानिधि पाणि तथा वरिष्ठ सचिव, उच्च पुलिस अधिकारी शामिल हुए। इसमें 18 किलोमीटर लंबे रथयात्रा रूट पर की गई व्यवस्था का प्रजेंटेशन दिया गया।
भीड़ और फायर अलर्ट के लिए एआई का उपयोग
इस वर्ष पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का शहर पुलिस की ओर से क्राउड अलर्ट, फायर अलर्ट के लिए उपयोग हो रहा है। इससे रूट पर अपेक्षा से अधिक लोग इकट्ठा हो गए हों, तो उनका सरलता से प्रबंधन हो सकेगा। भीड़ को काबू में रखा जा सकेगा, जिससे अप्रिय घटना टाली जा सकेगी। इतना ही नहीं कहीं आग की कोई घटना घटेगी, तो वहां भी फायर ब्रिगेड, पुलिस तत्काल राहत-बचाव के लिए पहुंच सके इसके लिए फायर अलर्ट मददगार होगा। आईजी स्तर से लेकर पुलिस कर्मियों तक ,एसआरपी, चेतक कमांडो और रैपिड एक्शन फोर्स की बटालियन सहित कुल 23,884 से अधिक सुरक्षाकर्मी ड्यूटी पर तैनात रहेंगे।
रथों, ट्रकों, अखाड़ों, भजन मंडलियों की सुरक्षा में 4500 जवान
मुख्यमंत्री को बताया कि रथयात्रा में शामिल तीनों रथों, 101 ट्रकों, 30 अखाड़ों, 18 भजन मंडलियों और 2500 साधू-संतों की सुरक्षा को रथयात्रा के साथ-साथ मूविंग बंदोबस्त में 4500 पुलिस कर्मी रहेंगे। क्राइम ब्रांच के जिम्मे पूरी मूविंग बंदोबस्त की जिम्मेदारी रहेगी।
1000 जवान संभालेंगे ट्रैफिक व्यवस्था
रथयात्रा के दौरान ट्रैफिक जाम ना हो, ट्रैफिक का प्रबंधन बेहतर हो इसके लिए ट्रैफिक शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में 1000 जवान तैनात रहेंगे। 23 क्रेनों की भी व्यवस्था की गई है। जो बाधित वाहनों को उठाएंगी।
41 ड्रोन, 2872 बॉडीवॉर्न कैमरों का उपयोग
पुलिस आयुक्त मलिक ने बताया कि मॉनिटरिंग के लिए रथयात्रा रूट पर 227 कैमरा लगाए हैं। 41 ड्रोन, 2872 बॉडीवॉर्न कैमरे से लाइव मॉनीटरिंग की जाएगी। 240 छतों से और 25 वॉच टावर से निगरानी होगी।
484 जर्जर मकानों पर भी बंदोबस्त
रथयात्रा रूट पर लगभग 484 पुराने-जर्जर भवन-मकान हैं। इन पर चढ़कर लोग रथयात्रा न देखें, इस उद्देश्य से शहर पुलिस आयुक्त तथा मनपा द्वारा चेतावनी बोर्ड और अवरोध लगाए हैं। बंदोबस्त भी रहेगा।
17 जन सहायता केन्द्र, 44 पब्लिक एड्रेस सिस्टम
रथयात्रा के दौरान नागरिकों की मदद को मार्ग पर 17 जन सहायता केंद्र बनाए हैं। 44 जगह पब्लिक एड्रेस सिस्टम स्थापित की हैं, जिससे लोगों को सूचना दी जा सकेगी।
सदभाव, सौहार्द बढ़ाने पर जोर
परंपरागत रथयात्रा को सांप्रदायिक एकता, सद्भाव , सौहार्द का उत्सव बनाने को शहर पुलिस की ओर से शांति समिति की 177, मोहल्ला समिति की 235, महिला समिति की 57, विभिन्न धर्मगुरुओं के साथ 21 बैठकें की गईं। भगवान के रथ खींचने वाले खलासी भाइयों, अखाड़ा संचालकों के साथ 10 बैठकें की गईं। एकता कप क्रिकेट मैच, वॉलीबॉल टूर्नामेंट, मेहंदी स्पर्धा, ब्लड डोनेशन कैम्प लगाए हैं।
राज्य में निकलती हैं 213 रथयात्राएं
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि अहमदाबाद सहित राज्य में 213 से अधिक रथयात्रा निकलती हैं। ये जन उमंग एवं उल्लास का पर्व हैं। सभी जगह शांतिपूर्ण माहौल में रथयात्रा संपन्न हो यह सुनिश्चित किया जाए।