क्राइम ब्रांच के संयुक्त पुलिस आयुक्त (जेसीपी) शरद सिंघल ने सोमवार को बताया कि आरोपी रेनी द्विज प्रभाकर नाम के साथी मित्र से एक तरफा प्रेम करती थी। वह उससे विवाह करना चाहती थी, लेकिन द्विज ने फरवरी 2025 में अन्य युवती से विवाह कर लिया। यह बात उसे रास नहीं आई, जिससे उसने द्विज को फंसाने के लिए फर्जी ई-मेल आईडी बनाए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी नाम, नंबर व डिटेल से अकाउंट क्रिएट किए और धमकी भरे ई-मेल भेजे।
इन राज्यों में भेजे धमकी भरे ई-मेल
आरोपी युवती ने गुजरात के साथ-साथ राजस्थान, कर्नाटक, दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल, बिहार, हरियाणा, तेलंगाना समेत 12 राज्यों-में बम धमाके के धमकी भरे ई-मेल भेजे थे। इन राज्यों की पुलिस अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच से संपर्क में है।
वीपीएन, वर्चुअल नंबर और डार्क वेब का उपयोग
सिंघल ने बताया कि आईटी की जानकार रेनी पुलिस से बचने के लिए वीपीएन, वर्चुअल नंबर और डार्क वेब का उपयोग करके ई-मेल भेजती थी, जिससे इसकी सच्चाई का पता न लगे। इसकी एक भूल से साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने इसे ट्रेस कर लिया और चेन्नई से धर दबोचा।
प्लेन क्रैश की घटना के बाद भेजा था ईमेल
सिंघल ने बताया कि इलेक्टि्रक इंजीनियरिंग, एआई और मशीन लर्निंग कोर्स कर चुकी आरोपी रेनी ने 12 जून को अहमदाबाद में एआई विमान 171 के क्रैश होने की घटना के बाद बीजे मेडिकल कॉलेज को ई-मेल भेजा था। इसमें विमान क्रैश करने की जवाबदारी ली थी।
नमो स्टेडियम, दो स्कूलों सहित 21 ईमेल भेजे
आरोपी युवती ने अहमदाबाद में एक महीने में 21 ई-मेल भेजे। 7 से 13 मई के दौरान 13 ई-मेल नरेन्द्र मोदी स्टेडियम को भेजे थे जिसमें स्टेडियम को बम से उड़ाने की धमकी थी। सरखेज की जिनीवा लिबरल स्कूल को तीन से 15 जून के बीच चार ई-मेल, बोपल की दिव्यज्योत स्कूल को 14-15 जून को तीन मेल भेजे। 12 जून को बीजे मेडिकल में ई-मेल भेजा था।
इनाम की घोषणा
रथयात्रा से पहले मिली इस सफलता के लिए शहर पुलिस आयुक्त, डीजीपी और गृह राज्यमंत्री ने टीम को इनाम देने की घोषणा की है।