देश में अंगों की कमी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर वर्ष पौने दो लाख से अधिक लोगों को किडनी की जरूरत होती है, लेकिन इसकी तुलना में आठ से दस हजार ही ट्रांसप्लांट हो पाते हैं। 10 या 15 फीसदी लोगों का ही लिवर ट्रांसप्लांट हो पाता है। इससे निपटने को अंगदान बढ़ाने, जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है।
सर्वाधिक किडनी के 13476 ट्रांसप्लांट
अहमदाबाद के इंस्टीट्यूट ऑफ किडनी डिजिज एंड रिसर्च सेंटर (आईकेडीआरसी) के नेफ्रोलॉजिस्ट सह इंडियन सोसाइटी ऑफ ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन (आईएसओटी) के कोषाध्यक्ष डॉ. विवेक कुटे ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के हवाले से बताया कि पिछले वर्ष देश के विविध अस्पतालों में 13476 किडनी का ट्रांसप्लांट किए गए। इनमें जीवित दाताओं से 11558 किडनी मिली, जबकि 1918 किडनी केडेवर (ब्रेनडेड) दाताओं से मिली। इस अवधि में 4901 लिवर ट्रांसप्लांट किए गए। इनमें 3946 जीवित दाताओं और 952 केडेवर दाताओं से मिलीं। केडेवर से मिले हृदय के 253, फेफड़ों के 258,पेंक्रियाज के 44 व छोटी आंत के नौ ट्रांसप्लांट किए गए। उनका कहना है कि नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यु ट्रांसप्लांट आर्गनाइजेशन (नोट्टो) की ओर से अंगदान के बढ़ावा देने पर विविध उपाय किए जा रहे हैं।गुजरात में 2575 मरीज अंगों के लिए कतार मेंगुजरात में ब्रेनडेड मरीज के अंगदान में भले ही वृद्धि हुई है, लेकिन अभी भी जरूरतमंदों की कतार काफी लंबी है। किडनी, लिवर, हृदय समेत विविध प्रमुख अंगों के लिए अभी से राज्य भर में 2575 मरीज अंगों के दान में मिलने की प्रतिक्षा कर रहे हैं। सरकारी आंकडों के अनुसार किडनी प्रत्यारोपण के लिए 2210, लिवर के लिए 310, हृदय के लिए 20, फेफड़े के लिए 25 और पेंक्रियाज के लिए 10 मरीज प्रतिक्षारत हैं।
केडेवर अंगदान के मामले में प्रमुख राज्यों की स्थिति
डॉ. विवेक कुटे ने बताया कि राज्य में अंगदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने की और जरूरत है ताकि जीवित दाताओं को अंगदान करने की जरूरत नहीं हो। ब्रेनडेड अंगदान के टॉप पांच राज्यों में गुजरात शामिल हो गया है। पिछले वर्ष देश में सबसे अधिक 268 ब्रेनडेड अंगदाता तमिलनाडु में दर्ज हुए थे।किस राज्य में कितने ब्रेनडेड दाता
राज्य- ब्रेनडेड अंग दातातमिलनाडू- 268
तेलांगाना-188, महाराष्ट्र-172 कर्नाटक- 162, गुजरात-119 अंध्रप्रदेश-66, दिल्ली एनसीआर-40 चंडीगढ़-20, राजस्थान-15 ओडीशा-14, पश्चिम बंगाल-11 मध्यप्रदेश-11, पंजाब-07 पुडुचेरी-6, हरियाणा-05 छत्तीसगढ़ -04, मणिपुर-03 असम-01, गोवा-01 उत्तराखंड-01