रामफोसा ने कहा- पहली बार देख रहा हूं
रामफोसा ने कहा, मैंने पहले कभी यह वीडियो नहीं देखा। इसकी प्रमाणिकता का पता करेंगे। उन्होंने कहा, अफ्रीका में हिंसा से सभी वर्ग जूझ रहे हैं। हालांकि तनातनी और असहज सवालों के बावजूद दोनों नेताओं ने स्थिति को ज्यादा बिगडऩे से संभाल लिया। ये बैठक ट्रंप-जेलेंस्की की मुलाकात की तरह खराब माहौल में खत्म नहीं हुई, जब जेलेंस्की बैठक बीच में छोडकऱ चले गए थे।
सवाल पूछा, तो रिपोर्टर को चुप किया
रामफोसा बोले, मेरे पास देने के लिए महंगा विमान नहीं है
मीटिंग के दौरान एक रिपोर्टर ने ट्रंप से कतर से मिले 400 मिलियन डॉलर के विमान को लेकर नैतिकता का हवाला दिया तो ट्रंप गुस्सा हो गए। उन्होंने रिपोर्टर को बेशर्म कहते हुए ऐसे सवाल ना करने को कहा। इस पर रामफोसा ने हंसते हुए कहा कि मेरे पास तो ट्रंप को देने के लिए को महंगा विमान नहीं है। इस पर ट्रंप बोले-यदि आपका देश यूएस एयर फोर्स को एक विमान देता तो मैं जरूर स्वीकार कर लेता।
इसलिए नाराज हैं ट्रंप
साउथ अफ्रीका में 9 अक्टूबर 2024 को सिरिल रामफोसा के दस्तखत के बाद जमीन अधिग्रहण कानून लागू हुआ था। इस कानून के तहत सरकार सार्वजनिक हित के लिए बिना मुआवजे निजी जमीन का अधिग्रहण कर सकती है। इस कानून का मकसद साउथ अफ्रीका के इतिहास में रंगभेद के दौरान हुए अन्याय को ठीक करना है। ट्रंप ने दावा किया कि इस कानून की आड़ में सरकार गोरों की जमीन छीन रही है। यह भी पढें-
Explainer: क्या है सीपेक? अफगानिस्तान की एंट्री से भारत के सामने है ये तीन चुनौतियां ट्रंप ने रामफोसा को दिखाया वीडियो
ओवल ऑफिस में बातचीत के दौरान ट्रंप ने रामफोसा को एक वीडियो दिखाते हुए कहा कि इसमें श्वेत किसानों के कब्रिस्तान दिख रहे हैं। उन्होंने उन्हें कुछ लेख भी दिखाए, जिनमें वाइट फार्मर्स की लक्षित हत्याओं का आरोप लगाया गया था। इस पर रामफोसा ने ट्रंप से तीखे अंदाज में जवाबी सवाल करते हुए उनके देश पर लगाए आरोपों के सबूत मांग लिए।