भारत का फोकस आतंक के खिलाफ था
थरूर ने वाशिंगटन डीसी में काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस के एक आयोजन में बोलते हुए कहा कि भारत का फोकस आतंक के खिलाफ था, न कि पाकिस्तान के आम नागरिकों के खिलाफ। उन्होंने कहा, “भारत और पाकिस्तान के बीच यह संघर्ष असमान था-हम आतंकियों पर हमला कर रहे थे, वे हमारे निर्दोष लोगों पर।”
भारत में कोई आतंकी अड्डा नहीं है
उन्होंने अमेरिका के पूर्व राजदूत केनेथ आई. जस्टर सहित वैश्विक नीति-निर्माताओं को बताया कि पाकिस्तानी सेना की यह रणनीति साफ दिखाती है कि भारत में कोई आतंकी अड्डा नहीं है, और नागरिकों पर हमला करना मानवाधिकारों के खिलाफ है।
भारत ने पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया
थरूर ने इस बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया जो “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद भारत की कूटनीतिक पहल का हिस्सा था। इस ऑपरेशन के तहत भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया।
ड्रोन और रिमोट-टारगेटेड अटैक के नए युग की ओर ध्यान दिलाया
थरूर ने कहा, “यूक्रेन युद्ध के बाद से आधुनिक युद्ध की परिभाषा बदल चुकी है।” उन्होंने ड्रोन और रिमोट-टारगेटेड अटैक के नए युग की ओर ध्यान दिलाते हुए बताया कि दोनों देशों की सेनाओं ने इस संघर्ष के दौरान एक-दूसरे की हवाई सीमा में प्रवेश नहीं किया-सब कुछ ‘डिजिटल दूरी’ से किया गया।
पाकिस्तान की गोलाबारी को ‘गंभीर चिंता’ का विषय बताया
उन्होंने पाकिस्तान की ओर से की गई अनियंत्रित गोलाबारी को ‘गंभीर चिंता’ का विषय बताया और कहा, “भारत में कोई ऐसा संगठन नहीं है जो UN या किसी वैश्विक संस्था द्वारा आतंकवादी घोषित किया गया हो। तो पाकिस्तान किसे निशाना बना रहा है?”
भारत की नीति आतंक के खिलाफ है : थरूर
थरूर ने कहा कि भारत की नीति ‘आतंक के खिलाफ’ है, ‘पाकिस्तान के खिलाफ’ नहीं। “हमारा मकसद निर्दोषों को नुकसान पहुँचाना नहीं था-हमने दिखाया कि सटीक, नियंत्रित प्रतिक्रिया भी एक रणनीतिक संदेश दे सकती है,” उन्होंने जोर देकर कहा।
थरूर ने पाकिस्तान से पूछा, इन संगठनों को बैन क्यों नहीं करते?
थरूर ने पाकिस्तान से तीखे सवाल पूछे: “अगर आप हमले से बचना चाहते हैं, तो अपने देश में आतंक के अड्डों को खत्म क्यों नहीं करते? इन संगठनों को बैन क्यों नहीं करते? फंडिंग क्यों नहीं रोकते ?”
ऑपरेशन सिंदूर को आतंकवाद के खिलाफ एक स्पष्ट नीति बताया
उन्होंने भारत के ऑपरेशन सिंदूर को केवल एक सैन्य मिशन नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ एक स्पष्ट नीति बताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुसार, यह “एक सैद्धांतिक बदलाव था—भारत अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं देता, बल्कि पेशेवर और सटीक तरीके से कार्य करता है।”
भारत की कार्रवाई पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुई (Terror camp strikes India)
गौरतलब है कि भारत की यह कार्रवाई उस भयानक आतंकी हमले के बाद हुई, जिसमें पाकिस्तान-समर्थित आतंकियों ने पहलगाम में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी थी। इसके बाद भारत ने मिसाइल और ड्रोन से आतंकी और सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए।