बचाव दल ने शुरू किया ऑपरेशन, कोई नहीं बचा
स्थानीय प्रशासन और राहत दलों ने तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन जब मलबे तक पहुँचा गया, तो वहां किसी जीवित व्यक्ति के होने का कोई सबूत नहीं मिला। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि सभी 50 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई।
इलाके में मुश्किल थी बचाव कार्यवाही
जहाँ विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, वह स्थान काफी दुर्गम और घना जंगल क्षेत्र है, जिससे बचावकर्मियों को मलबे तक पहुँचने में भी काफी दिक्कत आई। वीडियो फुटेज से मिली स्थिर तस्वीरों में दुर्घटनास्थल से गहरे धुएं के गुबार उठते हुए देखे जा सकते हैं।
पुतिन ने शोक जताया, एजेंसियों ने रिपोर्ट मांगी, सोशल मीडिया पर बवाल
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हादसे पर शोक जताया और पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने जांच के आदेश दे दिए हैं। उधर अंतरराष्ट्रीय विमानन एजेंसियों ने रूस से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके। सोशल मीडिया पर लोगों ने हादसे पर दुख जताते हुए एयरलाइंस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
विमान हादसा : कुछ अछूते पहलू
हादसे की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय टीम गठित की गई है, जिसमें एविएशन एक्सपर्ट, फॉरेंसिक अफसर और सेना के अधिकारी शामिल हैं। ब्लैक बॉक्स की तलाश जारी है – इससे दुर्घटना के कारणों का खुलासा हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, उड़ान के दौरान इलाके में तेज हवा और दृश्यता कम थी, जो हादसे का कारण हो सकता है। अंगारा एयरलाइंस पर पहले भी सुरक्षा को लेकर सवाल उठ चुके हैं -2019 में भी एक तकनीकी खराबी के कारण इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी।
अमूर क्षेत्र के लोग सरकार से बेहतर रेस्क्यू इंफ्रास्ट्रक्चर की मांग कर रहे हैं क्योंकि यह इलाका बेहद दुर्गम है। विशेषज्ञों ने पुराने एयरक्राफ्ट (एएन-24) को सेवा से हटाने की सिफारिश की थी, जिसे नजरअंदाज किया गया।