कोविड-19 महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था
इस साल की कैलाश मानसरोवर यात्रा इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पांच साल के अंतराल के बाद फिर से शुरू की जा रही है। पिछली कैलाश मानसरोवर यात्रा 2019 में हुई थी और कोविड-19 महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। इस साल की यात्रा के लिए पांच हजार से ज़्यादा लोगों ने आवेदन किया था।
भारत से कैलाश मानसरोवर तीर्थ कैसे जा सकते हैं ?
भारत से कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए साधनों का चयन कई तरीकों से किया जा सकता है। इसके मुख्यत: चार प्रमुख मार्ग हैं: नम ग्याल मार्ग (Nathu La Route): यह मार्ग सिक्किम से होकर कैलाश मानसरोवर तक जाता है। इसमें भारतीय सेना व्यवस्थित यात्रा सुविधाएं उपलब्ध कराती है। लिपुलेख मार्ग (Lipulekh Route): यह मार्ग उत्तराखंड से होकर कैलाश तक जाता है, जिसमें लिपुलेख दर्रा पार करना होता है। भारतीय यात्रियों के लिए यह सबसे लोकप्रिय मार्ग है। चीन का मार्ग: कैलाश मानसरोवर यात्रा का एक अन्य मार्ग चीन के तिब्बत क्षेत्र से होकर हो कर जाता है, जिसमें भारतीय नागरिकों को यात्रा के लिए चीन सरकार से परमिट लेना होता है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार कैलाश मानसरोवर यात्रा के कौन- कौन हैं पात्र
-तीर्थयात्री भारतीय नागरिक होना चाहिए।
-उसके पास चालू वर्ष के 01 सितंबर को कम से कम 6 महीने की शेष वैधता अवधि वाला भारतीय पासपोर्ट होना चाहिए।
– उसकी आयु चालू वर्ष की 01 जनवरी को कम से कम 18 और अधिक से अधिक 70 वर्ष होनी चाहिए।
– उसका बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 25 या उससे कम होना चाहिए।
– धार्मिक प्रयोजनार्थ यात्रा करने के लिए उसे शारीरिक रूप से स्वस्थ और चिकित्सा की दृष्टि से उपयुक्त होना चाहिए।
– विदेशी नागरिक आवेदन करने के पात्र नहीं हैं; अतः ओसीआई कार्डधारी पात्र नहीं हैं।
चुने गए यात्रियों को बधाई: कीर्ति वर्धन सिंह
कीर्ति वर्धन सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “कम्प्यूटरीकृत ड्रॉ के माध्यम से आज केएमवाई 2025 के लिए चुने गए यात्रियों को बधाई । यात्रा को और अधिक सुलभ बनाने और प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला। यात्रियों की सुरक्षा और कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। @ MEA India @moefcc @PMOIndia
कीर्ति वर्धन सिंह ने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की
कीर्ति वर्धन सिंह ने अपने संबोधन में यात्रा और अधिक सुलभ और प्रक्रिया अधिक पारदर्शी बनाने के लिए सरकार की ओर से उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला। साथ ही यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की। उन्होंने यात्रियों से आग्रह किया कि वे जिम्मेदारी, विनम्रता और सावधानी के साथ तीर्थयात्रा करें। साथ ही एक-दूसरे का ख्याल रखें और पर्यावरण की पवित्रता की रक्षा करें। मंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए चुने गए यात्रियों को बधाई दी।
दोनों मार्ग अब पूरी तरह से मोटर योग्य हैं
जानकारी के अनुसार दोनों मार्ग अब पूरी तरह से मोटर योग्य हैं, और इनमें बहुत कम ट्रैकिंग करनी पड़ती है। यात्रा वेबसाइट पर मार्ग और बैच का विवरण उपलब्ध है। यात्रियों का चयन निष्पक्ष , कम्प्यूटर की ओर से तैयार, यादृच्छिक, लिंग-संतुलित चयन प्रक्रिया के माध्यम से किया गया। चयनित यात्रियों को एसएमएस और ईमेल संदेशों के माध्यम से उनके चयन की सूचना दी जा रही है। विज्ञप्ति में कहा गया है, “यात्री अपने चयन की स्थिति जानने के लिए यात्रा वेबसाइट (https://kmy.gov.in) या हेल्पलाइन नंबर 011-23088133 पर भी लॉग इन कर सकते हैं।”