इजरायली न्यूज वेबसाइट वायनेट से एक अधिकारी ने कहा कि अगर खामनेई फायर रोकते हैं और कहते हैं कि ईरान लड़ाई समाप्त करना चाहता है तो हम इसे स्वीकार करेंगे, लेकिन ईरान ने अभी तक इजरायल के इस बयान जवाब नहीं दिया है। अमेरिकी हमले से पहले ईरान ने कहा था कि हमला इजरायल ने शुरू किया है, ऐसे में अगर वह रुकता है तो हम जवाबी हमला बंद कर देंगे।
जनता लंबे युद्ध के लिए तैयार रहे
हमने जनता को लंबे युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा है। युद्ध खत्म करना हम पर नहीं ईरानियों के हाथों में है। ईरान में हमें युद्ध में खींचता है तो इसमें समय लगेगा, लेकिन हमें उम्मीद है कि हम युद्ध को जल्द ही समाप्त कर देंगे। ईरान हमले जारी रखता है तो हम जवाब देंगे लेकिन हमारी रुचि इसे लंबा खींचने में नहीं है।
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इजरायली अधिकारियों ने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य परमाणु कार्यक्रम को खत्म करना था। इस उद्देश्य को हमने हासिल कर लिया है। अभी के लिए हम यह देख रहे हैं कि खामनेई क्या फैसला लेते हैं। बता दें कि इजरायल ने 13 जून को ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाने की बात कहते हुए तेहरान पर हमले किए थे। इसके बाद ईरान ने भी इजरायल पर मिसाइल हमले किए हैं और दोंनों ओर से लड़ाई जारी है। इस जंग में अब तक 900 से अधिक लोग मारे गए हैं, जबकि घायलों की संख्या 5000 से अधिक हो गई है।
ईरान का परमाणु कार्यक्रम एक दशक पीछे चला गया
ईरान ने कहा कि अमेरिकी हमले से पहले ही उन्होंने संवर्धित परमाणु मटेरियल को शिफ्ट कर दिया था, लेकिन अमेरिकी और इजरायली रक्षा प्रतिष्ठानों ने दावा किया कि हमले से पहले सारी समृद्ध सामग्री को हटाना संभव नहीं था, लेकिन ऐसा लगता है कि ईरानी कुछ मात्रा में इनरिच यूरेनियम फोर्डो व अन्य ठिकानों से निकालने में कामयाब रहे और कुछ नष्ट हो गया। इजरायली अधिकारियों ने कहा कि इन हमलों से ईरान का परमाणु कार्यक्रम कम से कम एक दशक से अधिक पीछे चला गया है।